चंडीगढ़(द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब सरकार के रोजग़ार अभियान को और बढ़ावा देते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की अध्यक्षता मेें पंजाब मंत्रीमंडल की हुई मीटिंग में ‘पंजाब घर-घर रोजग़ार और कारोबार मिशन’ की स्थापना को मंज़ूरी दे दी गई है।
मुख्यमंत्री, पंजाब इस मिशन की गवर्निंग कौंसिल के चेयरमैन होंगे। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मिशन को एक सोसायटी के तौर पर सोसायटीज़ रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 के अंतर्गत रजिस्टर्ड करवाया जायेगा। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य भारत या बाहर के मुल्कों में रोजग़ार की खोज करने वाले लोगों को सुविधा मुहैया करवाना है। जिक़्रयोग्य है कि घर-घर रोजग़ार योजना पंजाब सरकार की नई पहल है।
जिसके अनुसार अलग-अलग कदमों के द्वारा नौजवानों के लिए रोजग़ार के मौके पैदा करना है जिससे राज्य के लोगों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाया जा सके। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रस्तावित सोसायटी मुख्य तौर पर बेरोजग़ार नौजवानों के लिए स्व: रोजग़ार के साधन पैदा करने के लिए व्यवस्था कायम करने के साथ-साथ उनको पेशेवर प्रशिक्षण देकर कौशलपूर्ण कामगारों के तौर पर स्थापित करके रोजग़ार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए काम करेगी। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस मिशन के अंतर्गत नौजवानों को सरकारी, निजी क्षेत्र और विदेशों में उनकीयोग्यता और सामथ्र्य के अनुसार रोजग़ार प्राप्ति के लिए सुविधा प्रदान करना होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इस मिशन के अंतर्गत रोजग़ार दाताओं/उद्यमियों और रोजग़ार की खोज कर रहे नौजवानों और कौशलपूर्ण कामगारों को साझा प्लेटफार्म मुहैया होगा। उन्होंने कहा कि इस मिशन का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक नौकरियां पैदा करना है जिसके लिए जि़ला ब्यूरो ऑफ इम्प्लॉयमैंट एंड इंटरप्राईजिज़ द्वारा सभी पक्षों के साथ तालमेल के अलावा संरक्षक की भूमिका भी निभाई जायेगी।
मिशन के अंतर्गत राज्य में रोजग़ार से खाली घरों के आंकड़े एकत्रित करके एक डाटा बेस भी तैयार करने के साथ-साथ रोजग़ार उत्पत्ति सम्बन्धी व्यवस्था विकसित करने पर भी ज़ोर दिया जायेगा। इसके साथ हरेक घर में कम से कम एक नौकरी या स्व: रोजग़ार के साधन पैदा किये जाना यकीनी बनाया जा सकेगा।