होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। श्री रामलीला दशहरा वैल्फेयर कमेटी की ओर से आज के प्रसंग में भगवान राम जी के आदेश पर लक्ष्मण द्वारा नाक कान कटवाने के बाद शरुपनखा अपने भाई रावण के पास आई और दुहाई है दुहाई है चिल्लाते हुए कहा कि दो वनवासियों के साथ एक सुंदर स्त्री थी, उन्होने मेरी नाक कान काट दिए अगर तुम मेरे भाई हो तो उन वनवासियों से बदला लो उनके कृत्य से पूरी लंका का नाम नीचा हुआ है।
तब रावण ने आवेश में आकर अपने मायावी राक्षस मामा मारीच को सुनैहरा मृग बनाकर श्री राम के सामने भेजा मृग देख जानकी माता का मन प्रसंन हुआ और भगवान राम को उसे पकडऩे के लिए भेजा तब रावण की मायावी शक्ति से मारीच द्वारा भैया लमण बचाओ लमण बचाओ की आवाज से शौर मचाया यह आवाज सुन जानकी माता घबरा गई और लक्ष्मण को राम की सहायता के जाने को कहा पर लक्ष्मण ने कहा की भैया मुझे आपकी रक्षा के लाए छोडा है तब जानकी ने गुस्से से कहा कि कहीं तुम्हारी दृष्टी तो मेरे प्रति खराब तो नहीं हो गई तब लक्ष्मण जी दुखी मन से एक रक्षा रेखा खींच कर उससे बाहर ना जाने का कह कर भगवान राम को खोजने चले गए ।
मौका देख रावण साधु भेष में आया और खींची रेखा से बाहर आकर भिक्षा देने की जिद की तब जानकी ने जब साधु भेष धारी रावण ने धोखा देकर अपने असली रुप में आ गया और विमान में जानकी का हरण कर ले गया। तब जटायू ने जानकी माता को बचाने के लिए भीषण लड़ाई करके रोका पर रावण उसको भी घायल कर लंका ले गया। इस अवसर पर पर कैप्टन अशोक, जसबीर कटारिया, हरीश भला, शशी ड़ोगरा, शम्मी शर्मा, मोहित शर्मा ,सुनीता श्री वास्तवा, विजर ठाकुर, कपिल ठाकुर, राज रानी, संतोष गुप्ता,दिनेश कुमार,विनोद वर्मा व बहुत सारे पदाधिकारी शामिल थे।