होशियारपुर/टांडा उड़मुड़(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: रिषीपाल। सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल टांडा में प्रिंसीपल सतविंदर कौर की अध्यक्षता में बाबा बंदा सिंह बहादुर के जन्म दिवस को समर्पित एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों को बंदा सिंह बहादुर के जीवन तथा खालसा राज की स्थापना में उनके द्वारा दिए गए योगदान के उपर एक फिल्म दिखाई गई।
इस मौके पर स्कूल डायरेक्टर इंदर कुमार साहनी ने छात्रों को बताया कि बंदा सिंह बहादुर का बचपन का नाम लक्ष्मन देव था। 15 साल की आयु में उन्होंने घर-बार छोड़ दिया और वह वैरागी साधू के रूप अपना जीवन व्यतीत करने लगे। इस दौरान 1708 में उनकी मुलाकात गुरू गोबिंद सिंह जी से हुई। गुरू जी ने उन्हें सिख धर्म में दीक्षित किया और उनका नाम बंदा सिंह बहादुर रखा।
इसके बाद वह पंजाब आए तथा उन्होंने मुगलों के अजय होने के भ्रम को तेड़ते हुए श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के साहबजादों की शहादत का बदला लिया। उन्होंने लोहगड़ में खालसा राज की नींव रखी। 1716 में उनको मुगल शासक फरूख़सियर के आदेश पर शहीद कर दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यापिका प्रियंका व कमलजीत कौर ने विशेष योगदान दिया।