होशियारपुर/हरियाना(द स्टैलर न्यूज़)रिपोर्ट: प्रीति पराशर। स्कूलों व कॉलेजों के विद्यार्थी जिन्हें हर नेता अपने भाषण में देश का भविष्य कहते नजर आते हैं वहीं इन विद्यार्थियों को शिक्षा संस्थानों तक पंहुचने में यदि कठिनाईयों का सामना करना पड़े तो देश के उज्जवल भविष्य की कामना कैसे की जा सकती है। कुछ इसी तरह कस्बा हरियाना में देखने को मिला है जहां दर्जनों ऐसे छात्र हैं जो निजी तथा राजधानी बसों का सफर करके स्कूलों तक पंहुचते हैं। परंतु उनको पेश आ रही समस्याओं के बारे में जाना तो विद्यार्थियों ने बताया कि हरियाना से बागपुर सीनियर सैकेंडरी स्कूल तक जाना उनके लिए संघर्ष से कम नहीं है क्योंकि बस चालक या तो वहां पंहुच कर बस को रोकते नहीं हैं या फिर कंडक्टर बागपुर जाने वाली सवारी को नहीं चढ़ाते।
परिणाम स्वरूप उन्हें या तो स्कूली संस्थानों से छुट्टी करनी पड़ती है या फिर निजी वाहनों द्वारा अविभावक उन्हें स्कूल तक पंहुचाते हैं। जब विद्यार्थियों को आने वाली समस्या संबंधी पत्रकारों को सूचना मिली तो तुरंत ही मौके पर पंहुच कर विद्यार्थियों को समस्याओं के बारे में पुछा गया तो पता चला की बस चालकों की लापरवाही के चलते लगभग हर रोज ही बच्चों को स्कूल पंहुचने में देरी हो जाती है। जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई का नुक्सान हो रहा है तथा अध्यापकों द्वारा उन्हें रोजाना डांट का शिकार होना पड़ता है। बस चालकों से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि टाईम की कमी होने के कारण वह बागपुर की सवारियां नहीं चढ़ाते या उन्हें नहीं उतारते।
इस अवसर पर बालकिशन, विनोद, राजन, कमल व अन्य अविभावकों ने जिला प्रशासन से बच्चों को आ रही समस्याओं को हल करने की मांग की ताकि बच्चों की पढ़ाई का नुक्सान न हो सके। रिजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी करन सिंह से इस संबंधी बात करने पर उन्होंने कहा कि वह इस संबंधी राजधानी ट्रांसपोर्ट के मैनेजर को निर्देश देंगे ताकि बच्चों को आ रही समस्याओं का समाधान जल्द हो सके।