होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब तीक्ष्ण सूद ने संत सींचेवाल को पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ) से हटाए जाने पर कांग्रेस सरकार की सख्त शब्दों में निंदा की है। श्री सूद द्वारा जारी प्रैस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि बीमारियो का घर बन चुकी काली बेई को साफ कर लोगों को सुरक्षित जीवन देने वाले सन्त सींचेवाल को पंजाब की कांग्रेस सरकार की और से अपमानित किया गया है। पंजाब सरकार के इस कदम से सरकार का दोगलापन सामने आ गया है। जिसमें कांग्रेस सरकार पंजाब में पर्यावरण को बचाने के लिए लाखों रुपये के विज्ञापन देती है,वही दूसरी और प्रदूषण फैला रही कम्पनियों के माफिया से गठजोड़ कर पर्यावरण संत सींचेवाल को बोर्ड से बाहर कर देती है।
सन्त सींचेवाल की रिपोर्ट के आधार पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) ने पंजाब सरकार को 50 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा दिया तो इसमें गलत क्या हुआ। अगर सच में कांग्रेस सरकार पंजाब के लोगों की हितैषी होती तो एक कदम आगे बढ़ कर सन्त सींचेवाल का समर्थन करती और प्रदूषण फैला रही कम्पनियों को दंडित करती।लेकिन इस मामले में उल्टा कैप्टन सरकार ने कंपनियों की मनमानी रोकने वाली रिपोर्ट तैयार करने वाले सन्त का ही निरादर कर दिया। श्री सूद ने कहा कि सन्त सींचेवाल विश्व भर में पर्यावरण की रक्षा हेतु कार्य करने के लिए प्रसिद्ध है।
उनकी पर्यावरण प्रति सकारात्मक कार्यशैली को केंद्र की सरकार के साथ साथ बाकी राज्य सरकारें भी गंभीरता से लेती है। लेकिन कैप्टन सरकार ने पानी को जहरीला बना रही कंपनियों का साथ देकर सन्त सींचेवाल का ही नही,बल्कि पर्यावरण प्रेमियों और पंजाब की जनता का अपमान किया है।जिसकी जितनी आलोचना की जाए,कम होगी।
श्री सूद ने कैप्टन सरकार से सन्त सींचेवाल को पुन: बहाल कर उनके काम को आगे बढ़ाने की मांग की है।