होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जिलाधीश ईशा कालिया ने कहा कि किसान फसली चक्कर से निकल कर कृषि विविधिकरण में रुझान पैदा करें। इसके अलावा आर्थिक स्थिति और मजबूत करने के लिए ज्यादा से ज्यादा सहायक धंधे अपनाए जाएं। वे आज बागवानी विभाग की ओर से सिट्रस अस्टेट छावनी कलां में लगाए गए जिला स्तरीय निंबू जाति के फलों के मेेले के दौरान संबोधन कर रहे थे। इस मेले में सिट्रस अस्टेट होशियारपुर व भूंगा के करीब 200 बागवानों ने भाग लिया और 30 विभिन्न किस्मे प्रदर्शित की गई।
जिलाधीश ने कहा कि पंजाब में बागवानी को उत्साहित करने के लिए 5 सिट्रस अस्टेट बनाए गए हैं, जिनमें से 2 सिट्रस अस्टेट होशियारपुर जिले में छावनी कलां व भूंगा में चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सिट्रस बागवानी को उत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं, क्योंकि बागवानों को एक ही छत के नीचे मशीनरी आदि मुहैय्या करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मशीनरी की सुविधा के अलावा सिट्रस अस्टेट मेें मिट्टी, पानी व पत्तों की जांच के लिए लैबोरेट्री भी स्थापित की गई है। उन्होंने फसली विभिन्नता पर जोर देते हुए कहा कि किसान अधिक से अधिक कृषि विविधिकरण के अलावा सहायक धंधे अपनाए, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति और मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि बागवानी करने के इच्छुक किसान बागवानी विभाग से सिट्रस अस्टेट में संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा बागवानी के लिए जरुरी मशीनरी व अन्य सुविधा भी सिट्रस अस्टेट से प्राप्त की जा सकती है।
मेले के दौरान सिट्रस की पैदावार व मंडीकरण संबंधी तकनीकी सैमीनार भी लगाया गया। इसके अलावा पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के माहिरों की ओर से बागवानों को निंबू जाति के बागों संबंधी जानकारी मुहैय्या करवाई गई। पंजाब एग्री जूस कार्पोरेशन की ओर से बागवानों को किन्नू की ई-मार्किटिंग संबंधी परिचित करवाया गया।
इस दौरान किन्नू के बागों के मुकाबलों में जीत प्राप्त करने वाले बागवानों को जिलाधीश की ओर से विशेष तौर पर सम्मानित भी किया गया। पुरुस्कार प्राप्त करने वाले इन बागवानों में हरजिंदर सिंह ढिल्लों, जोगिंदर सिंह व कुलवंत सिंह क्रमश: पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे।
इस मौके पर एस.डी.एम. होशियारपुर अमरप्रीत कौर संधू, सिट्रस एडवाइजर डा. जी. एस. काहलों, डिप्टी डायरेक्टर बागवानी डा. नरेश कुमार, कुलवंत सिंह, सहायक डायरेक्टर बागवानी-कम- सी.ई.ओ. सिट्रस अस्टेट डा. अवतार सिंह, डा. कुलवंत सिंह, डा. जसविंदर सिंह, डा. जसपाल सिंह, डा. मनिंदर सिंह बैंस, डा. बलविंदर सिंह, डा. प्रेम सिंह, श्री भगवंत सिंह आहलूवालिया, हरविंदर सिंह संधू, हरमनजीत सिंह रंधावा, डा. तरनजीत सिंह, डा. करमवीर सिंह, जसविंदर सिंह के अलावा सरकारी कालेज होशियारपुर के कृषि विभाग के करीब 150 विद्यार्थी सहित भारी संख्या में किसान उपस्थित थे।