नशा छोडऩे वालों के पुर्नवास के लिए मल्टी स्किल डेवलेपमेंट सैंटर में दिया जाएगा नि:शुल्क प्रशिक्षण

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब सरकार की तरफ से नशे के खिलाफ डैपो अभियान रंग दिखाने लगा है। जिले में इस अभियान के अंतर्गत बड़े स्तर पर न सिर्फ जागरु कता अभियान चलाया जा रहा है बल्कि नशे की दलदल में फंसे लोगों को इलाज करवा कर उनके पुर्नवास के भी प्रयास किए जा रहे हैं। जानकारी देते हुए जिलाधीश ईशा कालिया ने बताया कि जिले में इस समय 37236 डैपो रजिस्टर्ड किए जा चुके हैं जो कि नशे के खिलाफ जंग में लोगों को जागरु क कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एस.डी.एम्ज, जिला पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग और जी.ओ.जी. की तरफ से डैपो अभियान के अंतर्गत सांझा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गांव-गांव जाकर प्रशासनिक अधिकारी जागरु कता सेमीनार व अन्य माध्यमों से लोगों को नशे की बुराई के प्रति जागरु क कर रहे हैं। ईशा कालिया ने कहा कि जिला प्रशासन ने इस ओर से कदम बढ़ाते हुए तय किया गया है कि नशा मुक्त गांवों को विशेष तौर पर सम्मानित किया जाए, इसलिए सरपंचों सहित गांवों की पंचायते भी एकजुट हो कर नशे के खिलाफ जिला प्रशासन को सहयोग करने के लिए भी कहा गया है।

Advertisements

जिलाधीश ने कहा कि डैपो अभियान में गति लाने के लिए 15 से 30 जनवरी तक जिले में विशेष पखवाड़ा भी मनाया गया और इस दौरान गांव-गांव जाकर लोगों को नशे के प्रति जागरु क कर बताया गया कि जिले में इसके इलाज के लिए नशा छुड़ाओ केंद्र, ओ.ओ.ए.टी क्लीनिक भी खोली गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए नशे के खिलाफ इस बड़ी जंग को लेकर जिले में अधिकारी पूरी गंभीरता के साथ घर -घर जाकर जागरु कता फैला रहे हैं और नशे में जकड़े व्यक्तियों को इस दलदल में से बाहर भी निकाला जा रहा है। शिक्षा विभाग की ओर से भी बडी और डैपो संबंधी जिले के सभी स्कूलों /कालेजों में जानकारी प्रदान की जा रही है। इसके अलावा नशे के खिलाफ बच्चों के स्लोगन, पोस्टर मेकिंग और रंगोली आदि के मुकाबले भी करवाए जा रहे हैं। ईशा कालिया ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से नशा छुड़ाओ केन्द्रों, ओ.ओ.ए.टी क्लीनिकों और पुर्नवास केंद्रों में नशा छोडऩे वाले मरीजों का सुचारू ढंग से इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नशा छोडऩे वाले मरीजों के लिए पंजाब सरकार की तरफ से मल्टी स्किल डेवलेपमेंट सैंटर नि:शुल्क प्रशिक्षण करवाया जाएगा, जिससे वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

उन्होंने कहा कि मास्टर ट्रेनरों की तरफ से नशा निगरान कमेटियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है और यह कमेटियां अब गांव स्तर तक जागरूकता फैला रही हैं। जिलाधीश ईशा कालिया ने अपील करते हुए कहा कि जनता अपने समाज, प्रदेश, देश की बेहतरी व सुरक्षा को समर्पित होकर समाज को नशा मुक्त बना अपने मोहल्ले में नशे के बुरे प्रभावों संबंधी जागरु क करने और नशे के खिलाफ पंजाब सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों की सफलता के लिए अधिक से अधिक सहयोग दें। उन्होंने कहा कि डैपो की सदस्यता के बाद अधिक से अधिक लोगों को नशे के बुरे प्रभावों के बारे में जागरु क किया जाए, ताकि नशे की दलदल में फंसे व्यक्तियों को बाहर निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि नशे में जकड़े मरीजों की पहचान करने के बाद उनको नशा छुड़ाओ केंद्र, ओट सैंटरों व पुर्नवास केंद्रों की जानकारी दी जाए, ताकि वे उन केंद्रों में इलाज करवा कर मुख्य धारा में शामिल हो सकें। उन्होंने कहा कि सामाजिक एकजुटता के साथ ही नशे जैसी सामाजिक बुराई का अंत किया जा सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here