होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पुलवामा हमला सी.आर.पी.एफ. के जवानों पर हुआ हमला नहीं है बल्कि यह हमला देश की सुरक्षा व्यवस्था एवं प्रभुता पर है। इसलिए आतंकवाद को कुचलने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को एकमंच पर आकर संयुक्त रुप से इसका विरोध जताना चाहिए तथा आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का समर्थन करना चाहिए। उक्त बात पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री संतोष चौधरी ने पुलवामा में सी.आर.पी.एफ. जवानों पर हुए हमले की निंदा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जब एक जवान फौज में जाता है तो वह देश वासियों के लिए लड़ाई लड़ता है। एक तरफ जहां वह दुश्मनों से लोहा लेता है वहीं उसे अतिदुर्गम इलाकों एवं विभिन्न प्रकार के मौसमों की मार को भी सहना पड़ता है। इतने कष्ट उठाकर एक सैनिक हमारी रक्षा करता है।
इतना ही नहीं अपने परिवार से मीलों दूर एवं चाह कर भी अपने परिवार पर पडऩे वाली विपत्ती के समय साथ न रहते हुए सिर्फ देश की खातिर अपनी जान की बाजी लगने वाले वीर सैनिक हैं, जिन पर हमें गर्व है। संतोष चौधरी ने कहा कि इस हमले ने पूरे देश को दहला कर रख दिया है। हम लोग अपने छोटे-छोटे झगड़ों में उलझे हुए हैं, जबकि आज हमें जरुरत है एकजुट होकर अपने देश एवं देश के सैनिकों के लिए खड़े होने की। हमें अपने झगड़े छोडक़र इस बात पर विचार करना चाहिए कि आतंकवाद से निपटने के क्या उपाये हो सकते हैं और यह तभी संभव है जो हम सभी राजनीतिक स्वार्थों की राजनीति छोड़ देशहित में एक मंच पर इकट्ठा होंगे। संतोष चौधरी ने कहा कि शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ आज पूरा देश खड़ा है तथा उन्हें जो सदमा पहुंचा है उसके प्रति सभी संवेदना प्रकट कर रहे हैं। उन्होंने अपने हल्के के लोगों एवं परिवार की तरफ से शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करती हैं।