होशियारपुर। देश के भीतर ब्लैक मनी को खत्म करने और ब्लैक मनी रखने वालों पर शिकंजा कसने का भारत सरकार का फैसला सराहनीय है। परन्तु एक महत्वपूर्ण बात जो इस सारे मामले से जुड़ नजऱ आ रही है की जांच होनी भी जरुरी है और वह कि अगर यह अति गोपनीय फैसला था तो वाट्सअप पर व सोशल मीडिया के अन्य माध्यम से 2 हजार रुपये के नोट की तस्वीर इस फैसले के लागू होने से पहले ही वायरल कैसे हुई तथा अगर यह बात लीक हुई तो इसकी आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि कुछ ऐसे लोग भी रहे होंगे जिन्हें 500 व 1000 रुपये के नोट बंद होने की जानकारी थी। उन्हीं के माध्यम से कहीं न कहीं बड़े स्तर पर 500 व 1000 रुपये के नोटों की खप्त नंबर 2 में की गई होगी। इसलिए सरकार को पिछले 2 माह में मोटी ट्रांजैक्शन करने वालों के खातों और मोटी प्रापर्टियां खरीदने वालों की जांच करनी चाहिए ताकि काले धन को देश से समाप्त करने की सपना हकीकत में साकार हो सके। उक्त बात आप उम्मीदवार परमजीत सिंह सचदेवा ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कही। सचदेवा ने कहा कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि सरकार का फैसला सराहनीय है परन्तु इन तथ्यों को भी झुठलाया नहीं जा सकता कि कहीं न कहीं यह बात लीक जरुर हुई है और ऐसे मामलों की जांच की जानी भी उतनी ही जरुरी है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश हित में एक और फैसला लेते हुए इसकी जांच के आदेश देने चाहिए ताकि गोपनीय सूचना लीक करने वाले तथाकथित देशद्रोहियों का पर्दाफाश हो सके। अगर केन्द्र सरकार ऐसी जांच करनी करवाती तो सवालों का उठना स्वभाविक सी बात है।
500-1000 के नोट बंद करना सराहनीय, पर शक के घेरे में है 2000 के नोट की तस्वीर का वायरल होना: परमजीत सचदेवा
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