होशियारपुर/ टांडा उड़मुड़(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: रिषीपाल। पंजाब सरकार, मुख्यमंत्री पंजाब, शिक्षा मंत्री पंजाब व सचिव स्कूल शिक्षा पंजाब के विरुद्ध पिछले लंबे समय से संघर्षरत अध्यापक जत्थेबंदियों की ओर से दिए गए पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब प्रोजेक्ट के बाई काट के आह्वान को अध्यापक वर्ग में समर्थन मिलता नजर आ रहा है। इस संबंध में स्थानीय शिमला पहाड़ी पार्क में अधियापक संघर्ष समिति के बैनर तले हुई बैठक में अध्यापकों ने एक स्वर में इस गैर अकादमिक व गैर मनोविज्ञान प्रोजेक्ट का बाई काट करने का फैसला किया। परमजीत सिंह बुड्ढी पिंड व सुरेंद्र सिंह सोढ़ी की अगुवाई में अध्यापकों ने मीटिंग कर कहा कि इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत यहां पंजाब की परंपरागत शिक्षा प्रणाली खत्म की जा रही है वहीं बच्चों के कोमल मनो पर मनोवैज्ञानिक दबाव भी बढ़ता जा रहा है ।
वक्ताओं ने कहा इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत जो लक्षय निर्धारित किए गए हैं वह किसी भी तरह बच्चों की मनोवैज्ञानिक जरूरतों के अनुसार नहीं है और उन पर मानसिक दबाव व तनाव की स्थिति बना रहे हैं। उन्होंने कहा अध्यापक पंजाब की परंपरागत शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत निर्धारित सिलेबस के अनुसार बच्चों को सिर तोड़ मेहनत से पढ़ाएंगे लेकिन इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत की जाने वाली किसी भी तरह की टेस्टिंग का बाई काट करेंगे। अध्यापकों ने पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब की टीमों को भी अपने स्कूलों में हाजिरी लगाने की अपील की ।
इस अवसर पर के एचटी प्रदीप पाल सिंह, दिवाकर, बलजीत कौर, सरबजीत कौर, अमनदीप कौर ,अमरजीत कौर, अमनदीप चीमा, एचटी आशा रानी, गीता रानी, एचटी जसविंदर कौर, सुरिंदर कौर, अमरजीत कौर, बलदेव सिंह, भजनीक सिंह ,सीएचटी जसविंदर सिंह, सी.एच.टी. बलविंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, दविंदर सिंह, गुरदयाल सिंह, बलजीत सिंह, गुरदीप सिंह, हरिंदर सिंह, एचटी हरजिंदर सिंह, एचटी गुरदीप सिंह, सरबजीत सिंह, जसविंदर सिंह, एचटी परमजीत सिंह, कुलविंदर सिंह, संगत सिंह, विरेंद्र कुमार व अमनदीप सिंह इत्यादि भी मौजूद थे