सीमा से सटे क्रैशरों के वाहनों से हो रहा फसलों का भारी नुकसान, लोगों ने की कार्रवाई की मांग

हाजीपुर (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: प्रवीण सोहल। थाना हाजीपुर की सरहद के साथ लगते हिमाचल प्रदेश के एरिया में लगे स्टोन क्रैशर मालिकों की गुंडागर्दी दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। पता चला है कि इन स्टोन कै्रशर मालिकों को सम्बधित थानों की पुलिस के आला अधिकारियों का भी आशीर्वाद प्राप्त है जिसका खामियाजा गरीब किसानों को भुगतने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस समबधी जानकारी देते हुए अश्वनी कुमार निवासी हाजीपुर ने बताया कि उनकी कनॉल ज़मीन गाँव बेला सर्याना में है जोकि हिमाचल प्रदेश की सरहद पर पड़ती है।
उन्होंने कहा कि उनकी जमीन पर गेहूं की फसल बीजी हुई है। परन्तु, पिछले कुछ समय से उनकी जमीन पर से जबरन स्टोन क्रैशरों द्वारा भारी लोडिड वाहन निकाले जा रहे हैं जिस वजह से उनकी फसले काफी मात्रा में खराब हो चुकी हैं और यही नहीं वाहनों की अवाजायी के कारण उड़ती धूल से कई खतरनाक बीमारियाँ फैल रही हैं। इस संबंधी जब वह संबंधित थाने में शिकायत करने गए तो इसकी जानकारी मिलते ही एक आला अधिकारी ने उन्हें अपने पास बुलाया और उन्हें इस मामले में चुप रहने की बात कहते हुए भेज दिया गया। लोगों ने कहा कि पुलिस के रवैये से लगता है कि सारा खेल पूरी तरह से मिलीभगत से चलाया जा रहा है। लोगों ने बताया कि क्रैशर मालिकों से जब इस संबंधी बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने अज्ञात लोगों के साथ मिलकर लोगों के साथ मारपीट भी की।
लोगों ने आरोप लगाया कि भारी वाहनों के कारण जहां उनकी फसलें खराब हो रही हैं। वहीं, धूल मिट्टी के कारण उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है परंतु उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही। उल्टा उन्हें डराया धमकाया जा रहा है। जिसके चलते अब तो लोगों को इनसे जान का खतरा भी बना हुआ है। लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की कि क्रैशर मालिकों की मनमर्जी और पुलिस के ढिलमुल रवैये से निजात दिलाई जाए तथा क्रैशर मालिकों के साथ मिलीभगत करके लोगों के लिए समस्याएँ खड़ी करने वाले पुलिस अधिकारी का तबादला किया जाए। लोगों ने चेतावनी दी कि अगर इस समस्या का कोई ठोस हल न निकाला गया तो उन्हें सडक़ पर उतरकर संघर्ष करने को मजबूर होना पड़ेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here