-हर वर्ष दस स्कूलों में लगेगें लाइटनिंग कंडक्टर उपकरण-
मंडी (हिमाचल प्रदेश), (रजनीश शर्मा) 1 सिंतबर : जिला मंडी के अतिसंवेदनशील स्कूलों में आसमानी बिजली के प्रकोप से बच्चों को बचाने के लिए प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए स्कूलों में लाइटनिंग कंडक्टर लगाए जाएंगे। प्रारंभिक शिक्षा विभाग के तहत आने वाले स्कूलों में अब चरणबद्ध तरीके से लाइटनिंग कंडक्टर लगाए जाएंगे। हर वर्ष दस स्कूल में उपकरण लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पहले सभी अतिसंवेदनशील और संवेदनशील स्कूलों के लिए लाइटनिंग कंडक्टर लगाने की योजना थी, लेकिन बजट की कमी को ध्यान में रखते हुए अब चरणबद्ध तरीके से उपकरण लगाए जाएंगे। स्कूल प्रमुखों के अनुसार बजट के लिए मामला प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय में उठाया जाएगा। कवायद के अनुसार उपकरण लगाने के लिए जिला के दुर्गम व ऊपरी क्षेत्रों के अतिसंवेदनशील स्कूलों की सूची तैयार की जाएगी। सरकारी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर विभाग प्राथमिकता से कार्य में जुटा हुआ है। इसी वर्ष जिला के औकल स्कूल में आसमानी बिजली चमकने के कारण बच्ची की मौत हो गई थी और अन्य बच्चे झाुलस गए थे। मामला ध्यान में आने के बाद उपायुक्त मंडी संदीप कदम ने प्रारंभिक व उच्च शिक्षा विभाग को लाइटनिंग कंडक्टर लगाने के निर्देश दिए थे। इस संबंध में प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक केडी शर्मा ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से स्कूलों में लाइटनिंग कंडक्टर लगाने की योजना बनाई है। शिक्षा उपनिदेशक के.डी. शर्मा ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से स्कूलों में लाइटनिंग कंडक्टर लगाने की योजना बनाई है। हर वर्ष दस स्कूलों में उपकरण लगाने का लक्ष्य है।
आसमानी बिजली के प्रकोप से बच्चों को बचाने की कवायद शुरू
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