होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। पंजाबी खुशहाली तथा पैसे के क्षेत्र में नंबर एक सूबा था। फौज में सिवल अफसरों में पंजाबियों की धाक थी, खेल तथा खेती में इनका कोई मुकाबला नही था। बड़े दुख की बात है कि हमारे राजसी नेताओं की तुच्छ सियासत तथा भ्रष्टाचार ने हमारे कार्यों का नाश करके रख दिया है। यह विचार उसूल मंच द्वारा मीटिंग में मशहूर अर्थ-शास्त्री तथा पूर्व डी.सी. सरदारा सिंह जोहल ने कहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश खेती की मुश्किलों, डावांडोल आर्थिकता, नशों, बेरोजग़ारी तथा खुदखुशियों की मार झेल रहा है। उन्होंने ज़ोर दे कर कहा कि मौजूदा समय में पंजाब के राजनेताओं के पास पंजाब के इन हलातों के लिए कोई एजेण्डा नहीं है। उन्होंने लोगों को पंजाब के इन हलातों के लिए सिर जोडऩे की अपील की।
इस अवसर पर उसूल मंच पंजाब क कोआर्डिनेटर बलविन्द्र सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि अगर राजसी लोग अपनी कुर्सी तथा राज के स्त्रोतों को लूटने के लिए इक्ठे हो सकते हैं तो हम पंजाबियों को अपनी हितों के लिए एकजुट होने की आवश्यकता है। हमारे दुख:तकलीफें एक है, ज़रूरते एक हैं, मांगे एक हैं, तो हमारा संघर्ष अलग-अलग गुटों में क्यों बंटा हुआ है। हमारे संविधान ने हमे सेहत, शिक्षा, बराबर अवसर तथा समाजिक सुरक्षा का हक दिया है। पर मौजूदा निजाम हमारे संविधानिक हक देने के लिए भगौड़ा हो गया है। लीडरों तथा अफसरों की हमारे समाज प्रति लापरवाही की वजह एक ही है कि हमें हक लेने के लिए एकमुठ नही हैं। जब एक आवाज़ एक मंच से पूरे पंजाब के कोने-कोने से उठेगी तो सवाल पैदा ही नही होता कि सरकार कोई आनाकानी करे। उन्होंने कहा कि उसूल मंच अब सरदारा सिंह जोहल तथा पंजाब की चिंतित शख्सियतों की अगवाई में जन आन्दोलन चलायेगा।
इस आन्दोलन में हर आम पंजाबी शामिल होगा। यह मीटिंग मंच की होशियारपुर इकाई के जरनैल सिंह धीर, रवि कुमार शर्मा, जसवन्त सिंह जंडी, एडवोकेट जसवीर सिंह, की अध्यक्षता में की गई। मीटिंग में अंगहीन, बुढ़ापा, विधवा पैंशन, ढाई हज़ार रूपये महीना करवाने, अपंगता एक्ट लागू करवानेख् गांव-मुहल्लों में लाभ पात्रियों के फार्म भरने, नरेगा स्कीम किसानों तथा मज़दूरों के लिए लागू करवाने, लाभपात्री कार्ड, गरीब तथा होशियार बच्चों के वज़ीफें तथा शिक्षा अधिकार की जानकारी के लिए कमेटियों बनाकर देने की मुहिंम चलाने के फैसले लिए गए। इस अवसर अन्यों के इलावा पूर्व विधायक तरसेम जोधां, प्रीतम अखाड़ा, सुरजीत सिंह, मनजीत सिंह, कुलदीप सिंह, सतनाम सिंह, ओम सिंह आदि उपस्थित थे।