बछवाड़ा/बेगूसराय (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: राकेश कुमार। बछवाडा़ में शिक्षा की शमां जलाने वाली शमां प्रवीण की मौत पर बच्चों के क्रंदन से अरबा गांव गमगीन हो उठा। इस दौरान स्कूल के बच्चों ने दुख प्रकट करते हुए बताया कि उनकी अध्यापिका बड़े ही सौम्य स्वभाव एवं सादगी की प्रतिमुर्ति थी। उन्होंने कहा कि वह दिन के करीब 12 घंटे अपनी अध्यापिका शमा प्रवीण के साथ गुजारते थे।
प्रवीण बेगूसराय जिले के बछवाडा़ स्थित अरबा गांव के उत्क्रमित मध्य विद्यालय अरबा उर्दू की अध्यापिका थी वह एक मामुली प्रखंड शिक्षिका थी मगर वह स्कुल के साथ-साथ स्कूल के बाद अल्पसंख्यक मोहल्ले की लड़कियों को शिक्षा प्रदान करती थी। जानकारी अनुसार सोमवार 17 जून की रात उक्त शिक्षिका एक शादी समारोह में हिस्सा लेने अरबा गांव के ही मो. बशीर के घर गई थी जहां घबराहट की वजह से तेज पसीना आने के साथ उनकी तबियत बिगडऩे लगी।
आनन-फानन में ग्रामीणों ने उसे ईलाज हेतु अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां मंगलवार की सुबह उनकी मौत हो गई। उक्त शिक्षिका मुल रूप से बाढ (पटना) की रहने वाली थी। घटना के पश्चात सूचना मिलते ही उनके परिजन अरबा गांव पहुंचे जहां ग्रामीण बच्चों के रोने से अरबा गांव का माहौल गमगीन हो गया। घटना को लेकर बछवाडा़ के शिक्षक समुदाय में भी शोक का माहौल व्याप्त है।