होशियारपुुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: संदीप डोगरा/जतिंदर प्रिंस। एलायन्स क्लब होशियारपुर तथा प्रो. तेग बहादुर साहनी कला संगम की ओर से विश्व विख्यात गायक मुहम्मद रफी जी की 39वीं पुण्यतिथी के अवसर पर एक संगीतिक शाम तथा विवेक साहनी की तीसरी पुस्तक ’’डिक्शनरी ऑफम्यूजिक़ एण्ड स्टाफ नोटेशन’’ का लोकार्पण समारोह संगीत सम्राट प्रोफेसर सी.डी. शर्मा, एैली अशोक पुरी, डिसट्रिक गवर्नर एैली डाक्टर ज़मील बाली की अध्यक्षता में किया गया। जिसके प्रोजेक्ट चेयरमैन एैली खलील अहमद, मियंत तथा एैली दीपक वर्मा थे। इस अवसर पर वाईस डिस्ट्रिक गवर्नर एैली सुमेश कुमार-2, एैली पुष्पिन्द्र शर्मा-3, प्रोफैसर अमन, रमेश चाँद, भजन चन्द, बलराज सिंह, अरुणा वालिया विशेष तौर पर उपस्थित हुये।
-गायक मोहम्मद रफी की की 39वीं पुण्यतिथि पर संगीतक शाम आयोजित
महान गायक मुहम्मद रफी की 39वीं पुण्यतिथी पर संगीत भरी शाम का शुभारम्भ संगीत साधक प्रो: अमन ने मुख्य मेहमान प्रधानगी मंडल तथा संगीत प्रेमियों को जी आयां कह कर किया। इस अवसर पर संगीत के विद्यार्थी प्रगट सिंह तथा गुरिती ने मुहम्मद रफी के एक गीत के साथ हाजिरी लगवाई। इस उपरान्त प्रो. अमन, बलराज सिंह, रमेश चंद्र ने अपनी-अपनी उपस्थिति तथा मुहम्मद रफी की रचना ’’कोई सागर दिल को बहलाता नही’’ श्री भजन चन्द के रूबरू की।
संगीतक शाम की रोचकता को चलाते हुये डा. एम जमील बाली डिस्ट्रिक गर्वनर के दिशा निर्देशनुसार विवेक साहनी की तीसरी पुस्तक ’’डिक्शनरी आफ यूजिक़ एण्ड स्टाफ नोटेशन’’ को रिलीज करने के अवसर पर प्रो. एस.डी.शर्मा ने होशियारपुर के बैजू बावरा तथा हरियाना के संगीत घरानों की बात को आगे चलाते हुये बताया कि विवेक साहनी की पहले ’’संगीत विवेक’’ फिर ’’पहला रस या ग्यारवां रस’’ के उपरान्त यह पुस्तक संगीत जगत के लिए बड़ी प्राप्ति है जिसके लिए वो होशियारपुर के समूह संगीत साधकों की हाजिरी में इसे लोकार्पण करते हुये गर्व महसूस करते हैं। मंच संचालक एैली अशोक पूरी ने एलायन्स क्लब कक्कों के प्रधान एैली इन्द्रजीत, डिस्ट्रिक चेयरमैन एैली परमिन्द्र कुमार, एैली राजेश के. राज को एलायन्स क्लब के पिन्न के साथ सम्मानित करने के बाद गायिका अरूणा वालिया ने अपने ही रंग में रफी जी के गीतों के साथ रंग बांधा। अन्यों के अलावा यश कश्यपए प्रिं. चन्द्र मोहन वर्मा, प्रिं. मधुर शर्मा तथा बालक राम ने पुस्तक के रचयिता को मुबारबाद दी।
प्रो. एस.डी.शर्मा ने समूह संगीत साधकों को सम्बोधन करते हुये बताया कि संगीत किसी एक की जायदाद नही है। आज भी चैनलों पर चलते अनेक मुकाबलों में संगीत के विद्यार्थी नये-नये तजुर्बे लेकर आ रहे हैं। इस अवसर पर अशोक पूरी ने कहा कि संगीत समाज में आंतकवाद, अलगवाद, इष्र्यावाद समाप्त कर सकता है। हमें संगीत की धुनों की तरह एक सुर में मानवता सिरजने की ओर आगे बढऩा चाहिए। डा. एम.जमील बाली ने भजन चन्द, रमेश चांद, बलराज सिंह, प्रो. अमन, अरूणा वालिया, प्रिं. रूपिन्द्र कौर को सम्मानित करने के उपरान्त एलायन्स क्लब के नुमांइदों तथा प्रो. तेग बहादुर साहनी कला संगम के इस उपाय के लिए मुहम्मद रफी को याद करने पर बधाई दी।