होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। सुहागिन या पतिव्रता स्त्रियों के लिए करवा चौथ का व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण व्रत होता है। क्योंकि, सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को विधिपूर्वक रखती हैं तथा पूरी दिन निर्जल रहकर अपने पति की लंबी आयु की कामना करती है। हिन्दू सनातन पद्धति में करवा चौथ सुहागिनों का महत्वपूर्ण त्यौहार माना गया है तथा इस वर्ष करवाचौथ का व्रत 17 अक्टूबर दिन गुरुवार को होगा।
यह व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी को मनाया जाता है। इस पर्व पर महिलाएं हाथों में मेहंदी रचाकर, चूड़ी पहन व सोलह श्रृंगार कर अपने पति की पूजा कर व्रत का पारायण करती हैं। यह व्रत कार्तिक कृष्ण की चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी को किया जाता है।
पं. श्याम ज्योतिषी ने बताया कि यह व्रत अलग-अलग क्षेत्रों में वहां की प्रचलित मान्यताओं के अनुरूप रखा जाता है, लेकिन इन मान्यताओं में थोड़ा-बहुत अंतर होता है परंतु इन सभी का सार एक ही होता है, पति की दीर्घायु। पं. श्याम ने बताया कि इस वर्ष रात्रि 8:18 बजे चांद निकलेगा तथा जिसे अघ्र्य देकर महिलाएं अपने पति के लिए प्रेरणा करते हुए व्रत खोलती हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप व्रत की कहानी सुनना चाहती हैं और पूजा करना चाहती हैं तो शाम 5:50 से 7:06 तक कर सकती हैं क्योंकि, पूजा के लिए यह शुभ मुहूर्त है।