हमीरपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। सोमवार 4 नवंबर को पूरा दिन हमीरपुर के एस.डी.एम. कोर्ट के बाहर शादी का ड्रामा चलता रहा। लेकिन, जैसे ही कोर्ट मैरिज की फाईल सबमिट करने का वक्त आया कन्या पक्ष मुकर गया। मिली जानकारी के अनुसार हमीरपुर नगर के साथ लगते एक गाँव की लडक़ी का दिल विदेश में रह रहे युवक को भा गया। लडक़ा शाहतलाई की तरफ से है और मालद्वीप में नौकरी करता है।
इस बारे में लडक़े ने अपने माँ-बाप से बात की तो उन्होंने बात आगे बढ़ाई। आखिर में लडक़ी के रिश्तेदार व अभिभावक भी कोर्ट मैरिज के लिए राजी हो गये। बात ओके होते ही दूल्हा भी मालद्वीप से बीस दिन की छुट्टी लेकर घर पहुँच गया। सोमवार को हमीरपुर एस.डी.एम. कोर्ट में मैरिज अधिकारी के पास विवाह की रजिस्ट्रेशन की फ़ाईल सबमिट करवाने दूल्हा व दुल्हन पक्ष के लोग पहुँच गये।
मैरिज कोर्ट में उन्हें मैरिज एक्ट की सेक्शन 5 के बारे में बताया गया। एक्ट में स्पष्ट लिखा है कि एक महीने की नोटिस अवधि रहेगी। इसमें मैरिज अधिकारी अपने नोटिस बोर्ड पर शादी की सूचना चस्पा कर आपत्ति आमंत्रित करेगा। अगर आपत्ति आती है तो उस पर विचार होगा और नहीं आती है तो तीन गवाहों के समक्ष शादी हो जाएगी।
दुल्हन पक्ष चट मँगनी पट विवाह की स्थिति में दिखे और उन्हें एक माह की अवधि बहुत लम्बी लगी। हालाँकि दूल्हा-दुल्हन एस.डी.एम. कोर्ट में ही विवाह रजिस्टर करवाना चाहते थे। लेकिन, दुल्हन पक्ष के लोग नहीं माने। इस खींचतान में काफ़ी लोग भी इस शादी के ड्रामे में शामिल हो गये। दोनों पक्ष मिनी सचिवालय के गेट पर भी मामला सुलझाने की कोशिश करते दिखे। पता चला है कि बाद में वह सोमवार शाम को किसी मंदिर में जाकर शादी की रस्में पूरी करने को राज़ी हो गये।