होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। विश्व एड्स दिवस के संबंध में सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल चौहाल के एन.एस.एस. यूनिट तथा रैड रिबन क्लब द्वारा प्रिंसिपल इंदिरा रानी की अध्यक्षता में एक जागरूकता रैली निकाली गई। यह रैली स्कूल से शुरू होकर गांव के अलग-अलग हिस्सों से निकलते हुए पुन: स्कूल परिसर में आकर संपन्न हुई। रैली को संबोधित करते हुए एन.एस.एस. यूनिट के प्रोग्राम अधिकारी लैक्चरर अशोक कालिया ने कहा कि एड्स वर्तमान समय में स्वास्थ्य की सबसे बड़ी बीमारी है। इसे आम बोलचाल की भाषा में एक्वायर्ड इम्यून डिफिशिएंसी सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है। इस रोग से जानलेवा इंफेक्शन व्यक्ति के शरीर में रोगों से लडऩे की क्षमता को कमजोर बना देता है इसलिए इसका एकमात्र इलाज केवल जागरूकता है, इसीलिए युवक सेवाएं भलाई विभाग के डिप्टी डायरेक्टर प्रीत कोहली के निर्देशानुसार जिले के स्कूलों में इसके प्रति विद्यार्थियों को जागरूक किया जा रहा है।
श्री कालिया ने कहा कि भारत में 2 मिलियन से भी ज्यादा लोग इस बीमारी से पीडि़त है। जबकि पंजाब में भी 56 हजार के करीब लोग एचआईवी से पीडि़त है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में बच्चों का मार्गदर्शन किया जाना जरूरी है क्योंकि जवानी में वह कई बार ऐसी भूल कर बैठते हैं जो बाद में उसे गलती सुधारने का भी मौका नहीं देती आज के बच्चे पढ़े लिखे हैं। उन्हें हर बात को खुलकर समझाया जा सकता है। इस मौके पर रेड रिबन क्लब की इंचार्ज जसप्रीत कौर ने बच्चों से अपील की कि इस बीमारी से बचने के लिए किसी के द्वारा इस्तेमाल की गई सिरिंज का इस्तेमाल ना करें। इसी के अतिरिक्त अगर जीवन में कभी रक्त की जरूरत पड़े तो इस बात की जांच कर लें कि वह किसी एच.आई.वी संक्रमित का रक्त ना हो जो आपके शरीर में जाकर आप को बीमार कर दे।
उन्होंने कहा कि इस बीमारी का एकमात्र इलाज जागरूकता ही है अगर समय रहते हमने इस तरह ध्यान ना दिया तो फिर पछतावे के अलावा हमारे पास कुछ नहीं बचेगा। उन्होंने इस बात से भी बच्चों को जागृत कराया की जय बीमारी किसी को छूने से नहीं लगती। इसलिए अगर कोई इस रोग से पीडि़त है तो उससे फासला बनाने की कोई जरूरत नहीं। इस मौके पर लेक्चरर संदीप कुमार सूद, पूनम विरदी, लवजिंदर सिंह, शशि बाला, निर्मला देवी, राजीव कुमार आदि भी उपस्थित थे।