होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सामाजिक जागरुकता के लिए कार्यरत संस्था सवेरा ने सरकार को अपील की है कि जीवन रक्षक दवाएं हर हाल में लोगों को कम रेट पर मुहैया करवाई जाएं ताकि गरीब मरीज बीमारी की हालत में अपना ईलाज करवा सकें। आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में संस्था के कनवीनर डा. अजय बग्गा ने कहा कि नैशनल फार्मास्यूटिकल प्राइमरी अथार्टी की तरफ से दवाईयां बनाने वाली कंपनियों को 21 जीवन रक्षक दवाओं की कीमतों में 50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने की जो आज्ञा दी गई है वह दुर्भाग्यपूर्ण एवं आम आदमी के हितों के खिलाफ है।
डा. बग्गा ने कहा कि इन दवाओं का प्रयोग टी.बी., मलेरिया व कैंसर आदि से पीडि़त मरीज करते हैं। इसके अलावा मैट्रोनीडाजोल, विटामिन-सी तथा प्रैडनीसलोन जैसी दवाएं आम बीमारियों में प्रयोग की जाती हैं। इनकी कीमतों में बढ़ोतरी करके बीमार मरीजों के लिए ईलाज करवाना मुश्किल कर दिया गया है। वर्णनीय है कि जीवन रक्षक दवाएं बनाने वाली कंपनियां दवाओं की कीमतें बढ़ाने की मांग पिछले कुछ समय से कर रही हैं। क्योंकि, चीन से इन दवाओं को बनाने के लिए जो साल्ट मंगवाया जाता है उसकी कीमतों में चीन ने बढ़ोतरी हो गई थी। भारत में दवाएं बनाने वाली कंपनियां 60 प्रतिशत के करीब साल्ट चीन से मंगवाती हैं। इस लिए नैशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथार्टी ने इन कंपनियों की 50प्रतिशत की बढ़ोतरी की मांग को मानकर आम आदमी पर भारी बोझ डाल दिया है।
संस्था के कनवीनर डा. अजय बग्गा ने सरकार से अपील की कि दवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी की आज्ञा देने के स्थान पर सरकार को चाहिए कि वह इन कंपनियों को टैक्सों आदि में छूट या अन्य जरुरी रियायतें दें ताकि जीवन रक्षक दवाएं लोगों को पहले की तरह ही कम रेट पर मिलती रहें। अगर ऐसा न किया गया तो इन दवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी गरीब मरीजों का दुख और बढ़ जाएगा।