जिलाधीश को मांगपत्र देकर की डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

-सिविल अस्पताल में 6 फरवरी को डाक्टरों की लापरवाही से राजविंदर की मौत का मामला-
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गत दिवस सिविल अस्पताल होशियारपुर में डाक्टरों की कथित लापरवाही के कारण प्रजनन उपरांत हुई महिला की मौत के मामले में पीडि़त परिवार ने जिलाधीश को एक मांगपत्र सौंप कर इंसाफ व जांच तथा आरोपी डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जिलाधीश को मांगपत्र सौंपते हुए मृतक राजविंदर कौर की माता चंचला देवी निवासी सलेरन तथा बाला जी क्रांति सेना के अध्यक्ष बब्बा हांडा ने बताया कि 5 फरवरी को राजविंदर कौर को डिलीवरी के लिए सिविल अस्पताल लाया गया था। उन्होंने बताया कि 5 फरवरी को उनकी बेटी का सीजेरियन आप्रेशन किया गया। जिसके बाद राजविंदर की हालत बहुत खराब हो गई थी, जिस संबंधी उन्हें किसी तरह की जानकारी अस्पताल प्रशासन दी जानी जरुरी नहीं समझी गई। इस दौरान अस्पताल प्रबंधकों द्वारा उनसे बिना कुछ बताए कागजात पर हस्ताक्षर लेने शुरु कर दिए गए। उनकी चंचला देवी ने बताया कि उनकी बेटी को खून चढ़ाने के बाद उसकी हालत और भी खराब हो गई तथा उन्हें घबराहट होने लगी। उन्होंने बताया कि इस सबंधी अस्पताल स्टाफ को बार-बार कहने पर भी उसे देखने के लिए कोई नहीं आया। स्टाफ ने मेरी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया बल्कि मुझे चुपचाप बैठने की बात कही। काफी देर बाद अस्पताल में मौजूद एक नर्स ने कहा कि राजविंदर की हालत खराब है और उसका बी.पी. चैक करना है, परन्तु बी.पी. सैट में सैल नहीं हैं। पहले सैल मंगवाओ उसके बाद ही चैक हो सकेगा, जबकि मौके पर वह अपना बी.पी. किसी दूसरी नर्स से चैक करवा रही थी। इस दौरान मैंने पास ही एक मरीज के पास बैठे लडक़े की मिन्नतें की और उसे सैल लेने के लिए भेजा। उन्होंने बताया कि लडक़ा काफी देर बाद जब सैल लेकर पहुंचा तो उसका बी.पी. चैक हो सका, इतना ही नहीं राजविंदर को सांस की समस्या देख जब अस्पताल स्टाफ से आक्सीजन सिलैंडर की मांग की गई तो उन्होंने कहा कि अस्पताल के आक्सीजन सिलैंडर में गैस खत्म है। इस पर उन्होंने किसी तरह से राजविंदर को स्ट्रेचर पर डाला और उसे इमरजैंसी की तरफ ले गई। समय पर डाक्टरी ईलाज व मदद न मिलने के चलते राजविंदर की 6 फरवरी को रात करीब सवा 10 बजे मौत हो गई। चंचला देवी ने बताया कि राजविंदर 27 वर्ष की थी और जब उसे अस्पताल लाया गया तो वह तंदरुस्त व स्वस्थ्य थी। मैडीकल लापरवाही के कारण उसकी मौत हुई है। चंचला देवी ने जिलाधीश से मांग की कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले व राजविंदर की मौत के जिम्मेदार डाक्टरों व स्टाफ सदस्यों के खिलाफ बनती धारा के तहत मामला दर्ज किया जाए और उसे इंसाफ दिलाया जाए। इस दौरान जिलाधीश ने पीडि़त परिवार को इंसाफ दिलाए जाने का आश्वासन दिया।

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