हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा ने कहा है कि मुनाफे में चल रहे सरकारी उपक्रमों की बोलियां लगाई जा रही है। देश व जनता के साथ इससे बड़ी गद्दारी क्या होगी। देशभक्ति की बातें करने वाले भाजपा नेता बताएं कि सरकारी संपत्ति को बेचना कहां तक तर्कसंगत है। इस ज्वलंत मुद्दे पर भाजपा नेता चादर ओढकऱ क्यों सो रहे हैं। क्या इन लोगों को देश से प्रेम नहीं है।
कहा, इस पर किसे सजा दे जनता, देश को गिरवी रखने पर तुली सरकार
जारी प्रेस विज्ञप्ति में अभिषेक राणा ने कहा कि एक-एक करके सरकारी उपकम्रों को बेचने की साजिश रखी जा रही है। अब मुनाफे में चल रहे एल.आई.सी. जैसे उपक्रम को भी बेचा जा रहा है जबकि एल.आई.सी. में करोड़ों भारतीयों ने अपनी जमा पूंजी लगाई है। जनता को पूछे बिना इस तरह के गैरजिम्मेदाराना निर्णय लिए जा रहे हैं। देश को खोखला किया जा रहा है तथा अपने चहेते उद्योगपतियों को खुश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जी.डी.पी. निम्रतम स्तर पर पहुंच गई है और अर्थव्यवस्था का केंद्र सरकार की नीतियों ने कचूमर निकाल दिया है लेकिन इससे उबरने के कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
सरकार का एक ही मकसद रह गया है कि देश को धीरे-धीरे गिरवी रखा जाए। इस असफल सरकार की न तो कोई नीति है और न ही विजन है। पानी सिर से ऊपर हो रहा है लेकिन केंद्र सरकार ने अपने साथ पूरे देश को डूबोने का षडयंत्र रच दिया है। बेमतलब के कानून लाकर व विवादित टिप्पणियों से जनता को भडक़ाया जा रहा है तथा जिम्मेवारियों से भाग रही हैं। उन्होंने कहा कि देश की चिंता अपने भविष्य को लेकर चिंतित हो उठी है लेकिन सरकार बेपरवाह बनी हुई है। उन्होंने कहा कि देश की सरकारी संपत्तियों को क्यों बेचा जा रहा है और इससे क्या फायदा होने वाला है। उन्होंने नसीहत दी कि सरकार व भाजपा नेता इस पर स्थिति स्पष्ट करें तथा चापलूसी करने की बजाय देश को बचाने की दिशा में काम करें।