भाजपा नेता ज्ञान बांसल के भाई बलराम को बनाया ठगी का शिकार, बातों में उलझा उड़ाए 55 हजार

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। हम विदेश से आए हैं और हमें भारतीय करंसी की कोई जानकारी नहीं है तथा न ही हमें यह पता है कि यहां पर कौन सा सबसे बड़ा नोट है, या फिर हमारे पास विदेशी करंसी है अगर आप हमें थोड़े से भारतीय एवं नए -नए नोट दे देंगे तो हमें सुविधा होगी। क्योंकि, हमें एक शादी समारोह में जाना है और हमारे पास भारतीय रुपये नहीं है। ऐसा किसी के भी कहने पर आप झट से उसे रुपये न देने लग जाना, क्योंकि कुछ दिनों से मार्किट में ऐसे लोग घूम रहे हैं जो ऐसी ही चिकनी चुपड़ी बातें करते लोगों खासकर दुकानदारों को चूना लगा रहे हैं। अगर कोई ऐसी बात करे तो हो जाएं सावधान! और उसकी बातों में न आते हुए उसे किसी बैंक या किसी मनी चेंजर के पास जाने को कहें। अगर कोई मनी चेंजर का काम करता है और यह खबर पढ़ रहा है तो उसे तो और भी सावधान हो जाना चाहिए तथा अगर कोई ऐसा ग्राहक दुकान पर आता है तो उसे गल्ले में झांकने व हाथ डालने से तुरंत रोक दें व दुकान के बाहर का रास्ता दिखा दें, नहीं तो आप भी ठगी व उनकी हाथ की सफाई का शिकार हो सकते हैं।

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हम विदेश से आए हैं, हमें भारत का सबसे बड़ा नोट दिखाएं या हमारे पास है विदेशी करंसी इसे बदल दें तो ऐसा कहने वालों से हो जाएं सावधान व सतर्क!

ताजा मामले में होशियारपुर के फगवाड़ा चौक से सब्जी मंडी की तरफ स्थित भाजपा नेता ज्ञान बांसल के भाई बलराम बांसल की करियाना की दुकान से एक महिला एवं व्यक्ति बलराम को करीब 55 हजार रुपये की चपत लगाकर फरार होने में कामयाब हो गए। उन्होंने इस संबंधी पुलिस को शिकायत दे दी है।

जानकारी देते हुए बलराम बांसल ने बताया कि आज 18 फरवरी को सायं करीब सवा 4 और साढे 4 के बीच एक महिला और पुरुष उनकी दुकान पर आए। दुकान पर महिला पहले से बैठे ग्राहक और दुकान पर काम करने वाले लडक़े से बात करने लग गई और व्यक्ति उनसे कुछ खरीदने लग गया। इसी दौरान उसने नोटों से भरा पर्स निकाला और वो कहने लगा कि वे दुबई से आए हैं और उन्हें भारतीय करंसी की जानकारी नहीं है। यहां कौन सा बड़ा नोट चलता है। उसकी बातों में आकर उन्होंने गल्ला खोला और 2 हजार रुपये का नोट दिखाया। व्यक्ति जो कि हिंदी और अंग्रेजी मिक्स बोल रहा था बातों ही बातों में गल्ले में हाथ डालने लगा व खुद ही नोट निकालने लगा।

इस पर उन्होंने उसे रोकने की भी कोशिश की, लेकिन वह नहीं रुका और और बातें करने लगा। इसी बीच उसने एक नोटों का बंडल उठाया और उन्हें पता ही नहीं चला कि बंडल से उसने कैसे नोट निकाले और बाकी गल्ले में रख दिया। इतनी होशियारी से उसने हाथ की सफाई को अंजाम दिया कि उन्हें पता ही नहीं चला। बलराम ने बताया कि इसके बाद वे वहां से चले गए। उनके जाने के बाद जब उन्होंने बंडल देखा तो उसने 55 हजार रुपये कम थे। उन्होंने बताया कि उन्हें समझते देर नहीं लगी कि वे उन्हें चपत लगाकर जा चुके हैं। इसके बाद उन्होंने उन्हें आसपास के बाजारों में खोजने का प्रयास भी किया लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। उन्होंने बताया कि व्यक्ति ऊंचा लंबा था और सिर से थोड़ा सा गंजा था तथा महिला के भूरे रंग के बाल थे।

लोगों पर रौब डालने के लिए वे अंग्रेजी में बात कर रहे थे। उनकी बातों में आकर उन्हें पता ही नहीं चला कि उनके रुपये कब गायब हो गए। उन्होंने बताया कि उन्होंने किसी को पेमैंट देनी थी और इसलिए वे घर से एक लाख से अधिक की रकम लेकर आए थे, लेकिन बाद में जब उन्होंने रुपये गिने तो बंडल में 55 हजार रुपये कम थे। इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी अपने बड़े भाई ज्ञान बांसल को दी और उन्होंने इस संबंधी पुलिस में शिकायत देने की बात कही तथा उन्होंने थाना सिटी पुलिस को सारी घटना की जानकारी देते हुए लिखित शिकायत दे दी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर दुकान पर आकर कोई ऐसा कहता है तो उसकी बातों में न आएं और पूरी तरह से और भी सतर्क हो जाएं। उन्होंने बताया कि चूहे द्वारा तार काटे जाने से सी.सी.टी.वी. कैमरे बंद थे।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले स्टैंड के समीप स्थित मनी चेंजर की दुकान से एक लडक़ा और लडक़ी दुकानदारों को बातों में उलझाकर उसे करीब 50 हजार रुपये की चपत लगाकर फरार हो चुके हैं। उनकी सी.सी.टी.वी. फुटेज भी मिली थी, लेकिन अभी तक उनका कोई पता नहीं चला।

2 COMMENTS

  1. Police se kisi Tarah ki koi help Milne ki ummid nahi hai, sabhi Shopkeepers ko khud alert hone ki zaroorat hai.

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