ई-रिक्शा की ट्रेनिंग लेने वाली महिलाओं के लर्निंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया हुई शुरु

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। अपनीत रियात ने कहा कि जिला प्रशासन महिलाओं को सम्मान के साथ आत्मनिर्भर बनाने के लिए वचनबद्ध है। इसी कड़ी में जिला रोजगार व कारोबार ब्यूरो की ओर से घर-घर रोजगार मिशन के अंतर्गत जरु रतमंद व दिव्यांग महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहले चरण की ई-रिक्शा ट्रेनिंग संपन्न हो गई है, जिसके पहले बैच में 29 महिलाओं को 16 दिन का ई-रिक्शा चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है।

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उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग पूरी करने के बाद सभी महिलाओं में आत्मविश्वास व उत्साह और बढ़ा है और अब वे पहले से भी ज्यादा उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि अब इन महिलाओं के ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया को शुरु कर दिया गया है, जिसके अंतर्गत आर.टी.ए. विभाग की ओर से महिलाओं के लर्निंग लाइसेंस बनाने के लिए शिविर भी लगया गया है।

– ई-रिक्शा की ट्रेनिंग लेने वाली पहले बैच की 29 महिलाओं का प्रशिक्षण हुआ पूरा

जिलाधीश ने कहा कि महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से यह प्रयास किया गया है, जिसमें सक्षम महिला, सक्षम समाज कार्यक्रम के माध्यम से जरु रतमंद महिलाएं खासकर बेरोजगार विधवा, दिव्यांग, तलाकशुदा महिलाएं, एक्स सर्विसमैन की लडक़ी व पोती के अलावा स्वतंत्रता सेनानी की पोती आदि को ई-रिक्शा का लाभ दिया जाएगा ताकि वे सम्मान के साथ अपने पैरों पर खड$़ी हो सकें। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण के लिए भी हाल ही में 32 महिलाओं का इंटरव्यू लिया गया है।

-जिला प्रशासन महिलाओं को सम्मान के साथ आत्मनिर्भर बनाने के लिए वचनबद्ध: जिलाधीश रियात

जिलाधीश अपनीत रियात ने कहा कि इस योजना को लेकर महिलाओं ने काफी दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा प्रदान करने के लिए बनाई गई योजना जरु रतमंद महिलाओं को पैरों पर खड़ा करने में सहायक साबित होगी। उन्होंने बताया कि जिन भी महिलाओंं को ई-रिक्शा दिया जाएगा उन्हें इसे चलाने की नि:शुल्क ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इस अवसर पर जिला रोजगार सृजन व ट्रेनिंग अधिकारी कर्म चंद, कैरियर काउंसलर आदित्या राणा, प्लेसमेंट अधिकारी मंगेश सूद भी उपस्थित थे।

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