संजीव तलवाड़ के कार्यालय के बाहर लगे कैमरे में कैद हुआ संदिग्ध, प्रशासन ने कार्यवाही नहीं की तो मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरुक करने हेतु उठाया कदम: तलवाड़
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। एक तरफ जहां कोरोना के कहर से डरे लोग सरकार के आह्वान पर करफ्यू के कारण घरों में रहने को मजबूर हो रहे हैं वहीं लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त करने के लिए कई शरारती एवं संदिग्ध लोग ऐसी हरकतें कर रहे हैं, जिससे माहौल खराब होने की आशंका बनी हुई है। जिसकी तरफ प्रशासन को तुरंत ध्यान देने की जरुरत है। देश में कुछ लोगों द्वारा नोट को नाक एवं मुंह से साफ करके फेंकने की वीडियो काफी वायरल हुए हैं तथा वीडियो को देखकर लोग पहले ही डरे हुए हैं तथा कहीं भी नोट या कोई कपड़ा व कागज आदि को शंका से देखते हैं कि कहीं उसे किसी कोरोना पाजीटिव ने फेंका हो। जिससे उनमें कोरोना का डर और बैठ गया है।
ताजा घटनाक्रम 10 अप्रैल का है, जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति द्वारा नारायण नगर में संजीव तलवाड़ के कार्यालय के समीप नोट से मुंह को साफ करके फेंक रहा था। यह घटना उनके कार्यालय के बाहर लगे कैमरे में कैद हो गई। जिसे देखने बाद संजीव तलवाड़ ने पुलिस को इसकी सूचना दी। लेकिन काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी जब पुलिस नहीं पहुंची तो उन्होंने निगम की टीम को सूचना दी। निगम की टीम ने मौके पर पहुंचकर फेंके हुए नोट सेनेटाइज करके नष्ट किए। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। संदिग्ध के बारे में प्रशासन को सूचना दिए जाने के बावजूद अधिकारियों के उदासीन रवैये को लेकर जहां लोगों के मन में प्रशासन के प्रति रोष की लहर है वहीं उनका कहना है कि अगर ऐसे संवेदनशील समय में अधिकारी ऐसा रवैया अपनाएंगे तो स्थिति को और विस्फोटक होने से कोई नहीं रोक सकता। इस बारे में बात करने पर संजीव तलवाड़ ने प्रशासन के प्रति रोष व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट के इस समय में प्रशासनिक अधिकारियों का गैरजिम्मेदाराना रवैया सभी को हैरत में डाल रहा है।
देश के अलग-अलग भागों से शरारती तत्वों द्वारा नोट को मुंह व नाक से साफ करके फेंक जा रहा है ताकि लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो। लेकिन यहां पर संदिग्ध के बारे में जानकारी दिए जाने के बावजूद कोई कार्यवाही न होना प्रशासन के उदासीन रवैये को बयान करता है। जिसे लेकर इलाके के लोगों में डर व रोष की लहर है। संजीव तलवाड़ ने बताया कि पिछले सप्ताह भी एक संदिग्ध व्यक्ति नारायण नगर में स्थित हरि ओम मंदिर के पास ही एक नल पर मुंह आदि धो रहा था तो उस दौरान उसने अपने हाथ नल व उसके आसपास लगाए। जिसके बारे में जानकारी किए जाने पर भी प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने बताया कि दिल्ली से निकले जमातियों के कारण पहले ही कोरोना संकट और गहरा गया है। जो व्यक्ति नल पर हाथ मुंह धो रहा था वो भी उन्हीं की तरह दिख रहा था। परन्तु सूचना के बावजूद कोई कदम उठाया गया। एक बार फिर जब नोट फेंकने का मामला सामने आया तो भी बताए जाने के बाद भी अधिकारियों की नींद नहीं खुली। उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी इस पर कार्यवाही करते तो वे शायद मीडिया के माध्यम से इस मामले को जनता के बीच न लाते ताकि जनता और भयभीत न हो व कोरोना के खात्में के लिए किए जा रहे प्रयासों में सहयोग करती। लेकिन प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण उन्हें यह बात जनता के बीच लानी पड़ रही है ताकि लोग जागरुक रहें तथा अगर उनके इलाके में ऐसा कोई संदिग्ध दिखता है या किसी को ऐसे लोगों की सूचना मिलती है तो वे इसकी जानकारी प्रशासन को दे सकें।