होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गांव मोरांवाली की निवासी गुरप्रीत कौर (29) कोरोना के खिलाफ जंग जीतने में कामयाब हो गई है व इनको सिविल अस्पताल होशियारपुर से घर के लिए रवाना किया जा चुका है। गुरप्रीत कौर के कोरोना पीडि़त पति व सास पहले ही कोरोना पर फतेह पा चुके हैं व उनको भी सिविल अस्पताल होशियारपुर से घर के लिए रवाना किया जा चुका है।
गुरप्रीत कौर गांव मोरांवाली के हरभजन सिंह की बहू है और हरभजन सिंह की कुछ दिनों पहले अमृतसर में कोरोना के कारण मौत हो चुकी है। डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने गुरप्रीत कौर को शुभकामनाएं देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी तरह की उनको दिक्कत आती है तो प्रशासन परिवार के साथ खड़ा है। उन्होंने बताया कि गुरप्रीत कौर के पति गुरप्रीत सिंह व सास परमजीत कौर को पहले ही ठीक होने पर घर भेज दिया गया है। इसके अलावा गांव पैंसरा के निवासी हरजिंदर सिंह भी कोरोना पर जीत प्राप्त कर चुका है। उन्होंने बताया कि जिले से संबंधित इटली से आए एक व्यक्ति गुरदीप सिंह जिसका इलाज अमृतसर में चल रहा था, भी ठीक होकर अपने गांव खनूर पहुंच चुका है। उन्होंने बताया कि गुरप्रीत सहित जिले से संबंधित पांच मरीज पूरी तरह ठीक होकर अपने परिवार में पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि केवल एक पाजीटिव मरीज आईसोलेशन वार्ड सिविल अस्पताल में दाखिल है व यह मरीज भी जल्द ठीक होने पर घर भेज दिया जाएगा।
अपनीत रियात ने कहा कि अब जिला होशियारपुर कोरोना मुक्त होने से सिर्फ एक कदम दूर है, जिसका श्रेय स्वास्थ्य विभाग के अलावा हर उस अधिकारी व कर्मचारी को जाता है जो इस नाजुक घड़ी में तनदेही से अपनी ड्यूटी निभा रहा है। उन्होंने समूचे स्वास्थ्य विभाग की हौंसला आफजाई करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से निभाई जा रही कर्मठता से ड्यूटी के चलते पिछले 24 दिनों से जिले में कोई भी पाजीटिव केस सामने नहीं आया। उन्होंने उम्मीद प्रकट करते हुए कहा कि एकजुटता के साथ ही कोरोना के खिलाफ जंग जीत ली जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों को सुरक्षित रखने के लिए ही कफ्र्यू लगाया गया है, इस लिए घर पर रहे व सुरक्षित रहें। गुरप्रीत कौर ने बताया कि 28 मार्च को उसका सैंपल कोरोना पाजीटिव आया था व उस समय से ही वह सिविल अस्पताल होशियारपुर में दाखिल थी। गुरप्रीत ने कहा कि कोरोना से डरने की नहीं बल्कि इसका डट कर सामना करने की जरुरत है। उसने पंजाब सरकार व जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उसको अस्पताल में हर सुविधा मुहैया करवाई गई।
उन्होंने कहा कि जहां समय पर दवाईयां मुहैया करवाई गई वहीं तीन टाइम पौष्टिक खाने के अलावा फल भी मुहैया करवाया गया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के सकारात्मक रवैये पर संतुष्टि प्रकटाई। उन्होंने कहा कि उसकी अच्छे तरीके से हुई देखभाल के कारण आज उसे ममता का सुखद अहसास हुआ है क्योंकि वह अपने डेढ़ वर्ष के बेटे अभिजोत सिंह व 7 वर्षीय बेटी हरलीन कौर के पास पहुंची है। उसको इस बात की भी खुशी है कि कोरोना पाजीटिव उसके पति व सास भी तंदुरुस्त हो चुके हैं व परिवार में एक बार इक_े हो चुके हैं। उसको अपने ससुर हरभजन सिंह की मौत का भी दुख है और उनको याद कर वह अपने आंसू न रोक पाई। इस मौके पर एस.एम.ओ. डा. जसविंदर सिंह व डा. नमिता घर्ई के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।