मुकेरियां (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: सचिन। सांझी किसान संघर्ष समिति मुकेरियां-गुरदासपुर ने शुगर मिल मुकेरियां की तरफ बकाया खड़ी 150 करोड़ रुपए की अदायगी के लिए सोमवार को एस.डी.एम. कार्यालय मुकेरियां के समक्ष रोष धरना दिया और मिल प्रबंधकों के खि़लाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। रोष धरने को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों की सख़्त शब्दों में निंदा की। वक्ताओं ने प्रदेश सरकार और केन कमिशनर पंजाब से पुरज़ोर मांग की कि शूगर मिल मुकेरियां की तरफ गन्ना सीजऩ 2019 -20 के जनवरी और फरवरी महीनों की बकाया पड़ी 150 करोड़ रुपए की राशि गन्ना काश्तकारों को तुरंत अदा की जाए जबकि आने वाले गन्ना सीजऩ से गन्ने की अदायगी संबंधी ठोस नीति तैयार करके नियमों के अनुसार अदायगी दी जानी यकीनी बनाई जाए।
उन्होंने रोष प्रकट किया कि स्थानिक प्रशासनिक आधिकारियों और शूगर मिल मुकेरियां के प्रबंधकों को बार -बार अपील किये जाने के बाद भी कोरोना महामारी की आड़ में गन्ना काश्तकारों की अदायगी समय पर नहीं दी जा रही, जिस कारण किसान बड़ी आर्थिक समस्या के साथ दो -चार हो रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार के ढ़ीले रवैयिए को निशाना बनाते हुए कहा कि जहां प्रदेश सरकार कोरोना वायरस के इस दौर में जन हितैषी होने का दावा कर रही है वहीं आर्थिक ढांचे की रीढ़ की हड्डी किसानों को जगह -जगह धक्के खाने के लिए बेसहारा छोड़ा जा रहा है जो कि बहुत ही घातक सिद्ध होगा। रोष धरने में गुरप्रताप सिंह भैनी पसवाल,ओंकार सिंह पुराना भंगाला, सोहन सिंह, सुलक्खण सिंह जगी, अमरजीत सिंह कानूगो, जसवीर सिंह गुराया, डा. दलजीत सिंह, करनैल सिंह, सूरत सिंह, बलकार सिंह मल्ली, शमिन्दर सिंह छन्नी न्नद सिंह, मलकीत सिंह समेत बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
इस समय किसानों के धरने में पहुँचे शूगर मिल मुकेरियां के प्रबंधक संजे सिंह ने स्थानिक प्रशासनिक आधिकारियों की हाजऱी में 25 मई तक रोज़ाना एक करोड़ रुपए गन्ने की अदायगी गन्ना काशताकारों के बैंक खातों में डाले जाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि 25 मई के बाद रोजाना की जाने वाली अदायगी में बैठक उपरांत विस्तार किया जा सकता है। जिस उपरांत धरनाकारी किसान नेताओं ने यह चेतावनी देते हुए धरना समाप्त कर दिया कि अगर वायदे के अनुसार गन्ने की अदायगी समय पर ना दी गई तो समिति दोबारा संघर्ष आरंभ करने के लिए मजबूर होगी।