होशियारपुर/हरियाना (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: प्रीति पराशर/मुक्ता वालिया। जिला होशियारपुर में पड़ते अधिकतर कंडी क्षेत्र के लोग जंगलों पर काफी निर्भर करते हैं तथा उनकी आय का मुख्य स्रोत पेड़ हैं। इनमें सफेदा व पापुलर मुख्य हैं। किसान की यह कोशिश रहती है कि वह परंपरागत खेती के साथ-साथ खेतों में सफेदा व पापुलर के पेड़ लगाए व 5-6 साल बाद उनसे मोटी आय प्राप्त कर सके। जिससे आवारा व जंगली पशुओं के कारण उसकी फसल को पहुंचने वाले नुकसान की काफी गद तक भरपाई भी हो जाती है व उसकी आय का स्रोत भी बना रहता है। लेकिन कोरोना वायरस के कारण 25 मार्च से सरकार द्वारा करफ्यू लगाए जाने के कारण यह व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। कस्बा हरियाना के समीप नौशहरा लक्कड़ मंडी की बात करें तो एक दिन में यहां पर करीब 13 करोड़ रुपये का व्यापार किया जाता था। इससे जुड़े किसान, मजदूर, ट्रांसपोर्टर, व्यापारी व फैक्ट्रियां आदि में एक दूसरे के लिए कड़ी का काम करते थे और हर किसी को रोजी रोजगार मिला हुआ था।
25 मार्च से करफ्यू के कारण लक्कड़ मंडी बंद होने से किसान, मजदूर व ट्रांसपोर्टर तथा फैक्ट्रियों को उठाया पड़ा रहा नुकसान
करीब डेढ़ माह से काम बंद होने से लक्कड़ से जुड़े व्यापार से संबंधित करीब 600 करोड़ रुपये का काम प्रभावित हुआ है। हरियाना के आसपास प्लाई एवं पत्ता बनाने वाली छोटी-बड़ी लगभग 30 ईकाईयां हैं और हजारों मजदूर वहां पर काम करते हैं। लेकिन अधिकतर लेबर काम बंद होने के कारण अपने गांव लौट चुकी है तथा जो थोड़ी बहुत बची है वो भी या तो जाने के इंतजार में है या फिर पूरी तरह से काम शुरु होने की आस में हैं। काम शुरु हुआ तो ठीक अन्यथा वो भी जाने को मजबूर होगी। हालांकि पंजाब सरकार ने ईकाईयों को लिमिटेड स्टाफ के साथ शुरु करने की आज्ञा दी है, मगर जब तक लक्कड़ मंडी शुरु नहीं होगी उनका काम चालू हो पाना नामुमकिन है। क्योंकि, प्लाई व पत्ता बनाने के लिए सफेदा व पापुलर दोनों की आवश्यकता होती है। किसानों की समस्या को देखते हुए सरकार द्वारी जारी नए आदेशों में मंडी शुरु करने की भी आज्ञा दी गई है, मगर समस्या ये है कि अभी तक फैक्ट्रियों ने माल खरीदना शुरु नहीं किया। क्योंकि फैक्ट्रियों का कहना है कि उनके पास जो पहले से ही तैयार स्टॉक है वो निकला नहीं तो नया तैयार करके वे रखेंगे कहां पर और नई लकड़ी खरीदने पर उसके पैसे कहां से देंगे। इसके कारण यह व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। जिसके कारण सरकार को जीएसटी से होने वाली आमदनी भी पूरी तरह से बंद है और आगे यह सिलसिला कितने दिन जारी रहेगा इस संबंधी कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती।
लिमिटेड स्टाफ के साथ काम करने की अनुमति के बावजूद नहीं खुल रही फैक्ट्रियां, मजदूर काम बंद होने और मजबूरीवश अपने गांव जाने को विवश, सरकार के आदेशों पर खोली गई है मंडी पर सामान्य होने में लगेंगे 2-4 दिन: अवतार सिंह
मार्किट कमेटी के अधिकारी अवतार सिंह ने बताया कि सरकार के आदेशों पर मंडी खोल दी गई है तथा करफ्यू के कारण कई दिनों तक काम बंद होने से इसे सामान्य होने में दो-चार दिन लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि वैसे उनकी कोशिश है कि मंडी में आने वाले किसानों को किसी किस्म की परेशानी न उठानी पड़े।