-इस सप्ताह प्रशासन ने समस्या का हल न निकाला तो अगले सप्ताह से शुरू होगा संघर्ष-
होशियारपुर, 17 सितंबर: नई सोच संस्था की तरफ से आवारा पशुओं की समस्या को गंभीरता से लेते हुए एवं प्रशासन द्वारा हल निकाले जाने तक पशुओं को रिफ्लैक्टर वाली बैल्ट लगाने का कार्य शुरू किया गया है। जिससे रात के समय वाहन चालकों को पशु की स्थिति का अंदाजा हो सकेगा व हादसे टलेंगे। इस संबंधी जानकारी देते हुए नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने कहा कि संस्था द्वारा शहर की अन्य संस्थाओं के सहयोग से बार-बार प्रशासन से मांग की जा चुकी है कि आवारा पशुओं की समस्या से निजात के लिए ठोस कार्रवाई की जाए। मगर प्रशासन इस समस्या के निदान के लिए गंभीर नहीं दिख रहा। इसके चलते संस्था ने 15 दिन का अल्टीमेटम दिया था, जो इस सप्ताह समाप्त हो रहा है। प्रशासन के पास यही सप्ताह है कि वे इसके लिए कोई योजना तैयार करके लागू करे। अन्यथा सोमवार 21 सितंबर को शहर की समस्त संस्थाओं की एक बैठक बुलाकर संघर्ष की रणनीति तय करके संघर्ष का विगुल बजा दिया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। अश्विनी गैंद ने कहा कि संस्था को प्रशासन के इस रूख से बेहद मायूसी हो रही है कि जब जनता इस समस्या के समाधान हेतु प्रशासन के साथ खड़ी है तो प्रशासन अपना हाथ पीछे क्यों खींच रहा है। यह समस्या एकाध व्यक्ति की समस्या नहीं है बल्कि पूरे समाज की समस्या है। जिससे आए दिन लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने जिलाधीश से मांग की कि इस प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। इस अवसर पर अशोक शर्मा, एडवोकेट अनूप शर्मा, अजय जैन, नवल किशोर गुप्ता, राजेश शर्मा, सोनू टंडन, डी. सिंह, अमित खुल्लर, राजेश कुमार, गणेश सूद, अजय सूद, विजय राणा सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।