पंजाब सरकार द्वारा हैपेटाइटिस सी के मुफ़्त इलाज के लिए 35 नये इलाज केंद्र समर्पित: बलबीर सिद्धू

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। राज्य में हैपेटाइटिस के इलाज की 93 प्रतिशत इलाज दर को देखते हुए पंजाब सरकार ने हैपेटाइटिस सी(काला पीलिया) के इलाज के लिए राज्य को 35 नये इलाज केंद्र समर्पित करने का फ़ैसला किया है। यह प्रोग्राम 25 इलाज केन्द्रों के साथ शुरू किया गया था और अब 2020 में पंजाब राज्य ने इलाज केन्द्रों की संख्या बढ़ा कर 60 कर दी है। यह प्रगटावा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने ‘विश्व हैपेटाइटिस दिवस’ के मौके पर किया। मंत्री ने कहा कि पंजाब भारत का पहला राज्य है जहां हैपेटाइटिस का मुफ़्त इलाज शुरू किया गया जिसके अंतर्गत अब तक 1.63 लाख से अधिक व्यक्तियों का टैस्ट किया गया है जिनमें से 85,000 प्रभावित मरीज़ों को सरकारी अस्पतालों में मुफ़्त इलाज मुहैया करवाया जा रहा है।

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उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल विश्व हैपेटाइटिस दिवस के मौके पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने जेलों में हैपेटाइटिस के मुफ़्त इलाज की शुरुआत की जहाँ जेलों में ही प्रभावित कैदियों को मुफ़्त इलाज सेवाएं मुहैया करवाई गई। उन्होंने कहा कि पंजाब की तरफ से इस क्षेत्र में उठाये कदम विश्व और राष्ट्रीय नीति निर्मातों के लिए मददगार साबित होंगी। उन्होंने कहा कि इस साल गर्भवती महिलाओं के टैस्ट के लिए एक विशेष मुहिम चलाई जायेगी जिसके अंतर्गत हैपेटाइटिस बी से प्रभावित गर्भवती महिलाओं के बच्चों को भी कवर किया जायेगा। उन्होंने आगे कहा कि इन पहलकदमियों के अलावा पंजाब पहला राज्य है जिसने यूनीटेड, हैड, फाईंड और सी.एच.ए.आई. ग़ैर-सरकार संगठनों के सहयोग के साथ एच.आई.वी. से प्रभावित लोगों का इलाज शुरू किया है। इस मुहिम के अंतर्गत अब तक 80 प्रतिशत प्रभावित मरीज़ों का टैस्ट किया जा चुका है।
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे बताया कि सब डिविजऩ अस्पताल बटाला में टेस्टिंग और इलाज की सुविधा शुरू की जा रही है। इस कदम से लोगों को बड़े स्तर पर राहत पहुँचेगी और हैपेटाईटस से प्रभावित मरीज़ों के लिए नये रास्ता खुलेंगे। कैबिनेट मंत्री ने सराहना करते हुये कहा कि यह सभी प्राप्तियाँ केवल स्वास्थ्य कर्मियों की सख्त मेहनत और अथक कोशिशों के कारण ही हैपेटाईटस की लड़ाई जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व कोविड -19 से लड़ रहा है और इस समय ने हमें सिखाया है कि सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली का एक अहम रोल है। आज यहाँ ज़रूरत है कि संयुक्त यत्नों, सहयोग और एकजुटता से मौजूदा स्वास्थ्य संभाल प्रणाली का सुचारू प्रयोग करते हुए विभिन्न चल रहे स्वास्थ्य प्रोग्रामों में निरंतर तालमेल बनाने की ज़रूरत है जिससे जरूरतमंद लोगों को समय अनुसार सभी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया हो सकें।

स. सिद्धू ने आगे कहा कि पंजाब सरकार जल्द ही पी.जी.आई. और सी.एच.ए.आई. के सहयोग के साथ एक रिर्सच प्रोजैक्ट शुरू करने जा रही है जिससे हैपेटाइटिस से सम्बन्धित जोखिम तथ्यों को सही तरीके से समझा जा सके। उन्होंने कहा कि अगले 18 महीनों में माहिर अपनी रिर्सच की रिपोर्ट पेश करेंगे जिससे जोखिम तथ्यों को काबू किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह पहलकदमी पंजाब में हैपेटाईटस सी को जड़ से ख़त्म करने के लिए मील पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा पंजाब सरकार हैपेटाइटिस मुक्त भविष्य को हासिल करने के लिए सभी के सहयोग से यह मुहिम चलाने के लिए वचनबद्ध है। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री और मुख्य अतिरिक्त सचिव स्वास्थ्य श्री अनुराग अग्रवाल की तरफ से हैपेटाइटिस सी की प्राप्तियों सम्बन्धी पोस्टर और पैंफलेट आदि भी जारी किये गए। इस मौके पर एम.डी. एन.एच.एम. कुमार राहुल, एम.डी. पंजाब हैल्थ सिस्टम कारर्पोशन तनु कश्यप, स्टेट प्रोग्राम हैपेटाईटस सी, अधिकारी डा. गगनदीप सिंह ग्रोवर और डायरैक्टर हैल्थ सर्विसेज डॉ. अवनीत कौर भी उपस्थित थे।

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