चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की अपील के जवाब में हाल ही में कोविड -19 के संक्रमण से स्वस्थ्य हुए 40 पुलिस मुलाजिमों ने कोरोना वायरस से प्रभावित दूसरे मरीज़ों की जान बचाने के लिए अपने ख़ून का प्लाज्मा दान करने की पेशकश की है। डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) दिनकर गुप्ता ने बताया कि ज़्यादातर मरीज़ जालंधर ग्रामीण इलाके से सम्बन्धित हैं और एसएसपी नवजोत सिंह माहल ख़ुद इस संक्रमण से ठीक होने बाद दूसरों को भी प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कोविड -19 महामारी से स्वस्थ्य हुए अपने साथी अधिकारियों और दूसरों के पास निजी तौर पर जाकर उनको दो हफ़्तों की रिकवरी का समय ख़त्म होने के बाद में अन्य शर्तों के अनुसार प्लाज्मा दान करने की अपील की है। श्री गुप्ता ने खुलासा किया कि एसएसपी जालंधर ग्रामीण के प्लाज्मा दान के लिए वचनबद्ध होने से 24 घंटों के अंदर, 40 अन्य पुलिस मुलाजिमों ने भी स्वैच्छा से प्लाज्मा दान किया, जिसके बाद कई और भी आगे आए। दो और पुलिस मुलाजिमों एएसआई राम लाल और पीएचजी लखविन्दर सिंह का प्लाज्मा पहले ही लिया जा चुका था।
डीजीपी ने कहा कि जालंधर ग्रामीण के कोविड -19 से स्वस्थ्य हुए सभी 33 कर्मचारियों ने प्लाज्मा दान करने की वचनबद्धता ज़ाहिर की है। डीजीपी ने कहा कि अन्य जिलों में भी पुलिस विभाग की तरफ से प्लाज्मा दान करने वालों की संख्या बढ़ रही है। बटाला में भी दोनों स्वस्थ्य हुए पुलिस मुलाजिमों ने प्लाज्मा दान करने के लिए स्वैच्छा दिखाई है जबकि गुरदासपुर में प्रभावित दो व्यक्तियों में से एक स्वस्थ्य होकर अपना प्लाज्मा देने की पेशकश की है। कपूरथला में संक्रमित हुए 14 पुलिस मुलाजिमों में से 10 स्वस्थ्य हो चुके हैं और उनमें से तीन को वालंटियरों के तौर पर सूचीबद्ध किया गया है जबकि बाकी 7 को इस प्रक्रिया से बाहर रहना पड़ा क्योंकि वह सह-रोग की स्थिति में पाये गए थे। इस समय जालंधर ग्रामीण में 7 और बटाला में 4 एक्टिव केस हैं। डीजीपी के अनुसार, बीमारी से जूझ रहे दूसरे मरीज़ों की मदद के लिए प्लाज्मा दान करने वाले वालंटियरों के लिए पंजाब पुलिस की तरफ से एक विशेष लिंक बनाया गया है। श्री गुप्ता ने कहा कि स्वस्थ्य हुए पुलिस मुलाजिमों को इस नेक काम के लिए आगे आने के लिए जागरूकता पैदा करने सम्बन्धी एक विशेष मुहिम चलाई गई है।
डीजीपी ने पंजाब पुलिस के कोरोना योद्धाओं की अपने फज़ऱ् और मानवता के प्रति सेवा समर्पण के लिए सराहना की। माहिरों के अनुसार ज़्यादातर वालंटियर बिना लक्षणों वाले हैं, उनकी अंदरूनी प्रतिरोधकता शक्ति और ज्यादा थी। डीजीपी ने कहा कि कई और पुलिस मुलाजिमों का अभी भी कोविड -19 का इलाज चल रहा है, उनको अगले कुछ दिनों में और दान करने वाले पुलिस मुलाजिमों के आगे आने की उम्मीद है। 28 जुलाई तक, पंजाब पुलिस के कुल 831 जवानों का कोविड टैस्ट पॉजिटिव आया था, जिनमें से 336 स्वस्थ्य हुए थे। इनमें से 303 लगभग दो हफ़्ते पहले तक ठीक हो गए थे, जिससे पता लगता है कि आने वाले दिनों में प्लाज्मा दान करने वालों की संख्या में काफ़ी विस्तार हो सकता है। श्री गुप्ता ने कहा कि इस समय पर विभाग के 495 एक्टिव केस हैं और जितने ज़्यादा पुलिस अधिकारी ठीक हो रहे हैं, वालंटियरों की संख्या में उतनी ही तेज़ी से विस्तार होने की उम्मीद की जा रही है। पंजाब पुलिस ने जल्द कोरोना पीडि़तों का पता लगाने, एकांतवास में रखने और इलाज को यकीनी बनाने के लिए फ्रंट लाईन ड्यूटी पर अपने कर्मचारियों की जांच करने के लिए एक विस्तृत ढंग स्थापित किया है। राज्य सरकार की तरफ से पटियाला में एक प्लाज्मा बैंक स्थापित किया गया है और कोविड इलाज और देखभाल नैटवर्क को मज़बूत करने के लिए दो और प्लाज्मा बैंक कार्यशील करने के लिए तैयारी की जा रही है।