मानवता के प्रति फर्ज को निभाना कोई एहसान नहीं होता: रोहित कतना

-गरीबों के मसीहा के रुप में जाने जाते हैं मुकेरियां के उद्योगपति रोहित कतना-
मुकेरियां (राजेश रत्तू)। आज भले ही कई संस्थाओं और संगठन हैं जो समाज सेवा का झंडा बुलंद कर रहे हैं तथा कई ऐसे हैं जो राजनीति के माध्यम से लोगों को उनका हक दिलाने के लिए प्रयासरत हैं। वहीं मुकेरियां से संबंधित एक शख्स ऐसा भी है जो न तो कोई मंत्री है, न ही राजनेता और न ही कोई सस्था चलाता है। भारतीय संस्कारों में पले-बड़े हुए रोहित कतना मानवता की सेवा के लक्ष्य को लेकर आजे आगे बढ़ रहे हैं। मानव मूल्यों एवं अधिकारों की रक्षा और गरीबों, असहायों और जरुरतमंदों की सेवा ही उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य है। मुकेरियां में आज लोग उन्हें गरीबों का मसीहा के नाम से भी संवोधित करते हैं। हमारे वरिष्ठ पत्रकार राजेश रत्तू के साथ बातचीत में रोहित कतना ने कहा कि वे किसी की मदद करके उस पर कोई एहसान नहीं करते बल्कि मानवता के प्रति अपने फर्ज का निर्वाह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें जो संस्कार अपने परिवार व भारतीय संस्कृति से मिले हैं वे उन्हीं पर चलते हुए मानवता की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें जिनता आनंद किसी की सेवा करके मिलता है उतना तो उन्हें कहीं घूमने-फिरने या दोस्तों के साथ गप्पें लड़ाने से भी नहीं मिलता, जबकि दोस्तों के साथ बिताया समय भी जिंदगी के अनमोल लमहों से होता है। कतना ने कहा कि उन्हें यह बताया गया था कि नर सेवा ही नारायण सेवा है तथा वे अपने बड़े-बुजुर्गों की कही इसी बात का अनुसरन कर रहा है। रोहित के अनुसार जीवन में अगर भगवान ने आपको समृद्ध बनाया है तो आपको मानवता की सेवा में बढ़चढ़ कर योगदान डालना चाहिए।

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