होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। लावारिस गायों एवं सांडों के कारण आए दिन हो रहे हादसों एवं इनसे पैदा हो रहीं अन्य समस्याओं के समाधान के लिए जहां सरकार एवं प्रशासन को ठोस कदम उठाने की जरुरत है वहीं इस कार्य में लगी संस्थाओं को अपने प्रयास और तेज करने की भी आवश्यकता है। क्योंकि, इनके कारण जब किसी घर का कोई सदस्य घायल होता है या दुनिया से चला जाता है तो उस पीड़ा को शब्दों में बयान करना मुमकिन नहीं। क्योंकि, दुखों का पहाड़ जिस पर गिरता है उसे वही जानता है। इसलिए हम सभी को मिलकर इन्हें कैटल पाउंड एवं अन्य सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के लिए एकजुटता से प्रयास करने होंगे।
प्रशासन सहयोग नहीं कर सकता तो अधिकारी अपने कार्यालयों से बाहर न निकलें, करेंगे विरोध
यह बात सामाजिक संस्था नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने इस संबंधी शुरु की जाने वाली मुहिम की जानकारी देते हुए कही। इस मौके पर उनके साथ महाराणा प्रताप हॉकी अकादमी के चेयरमैन रणजीत सिंह राणा भी मौजूद थे तथा उन्होंने मुहिम में पूर्ण सहयोग देने का श्री गैंद को आश्वासन दिया। श्री गैंद ने कहा कि इस कार्य में प्रशासन को भी साथ देना चाहिए। अगर, उसे जनता की जान-माल की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं है तो अधिकारी अपने बड़े-बड़े एसी वाले कमरों से बाहर न निकलें क्योंकि अगर वे बाहर निकले तो उनका घेराव किया जाएगा। सरकार काओ सैस के रुप में इनकी देखरेख के लिए करोड़ों रुपया इकट्ठा करती है तथा अधिकारी वर्ग की उदासीनता से एक रुपया भी इस समस्या के हल पर नहीं खर्च किया जा रहा। जिस कारण रोजाना कई लोगों को अपनी जान से हाथ तक धोने के मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक संस्था नई सोच पिछले लंबे समय से लावारिस गायों एवं गौधन की सेवा संभाल के कार्य में लगी हुई है। लेकिन, दुख की बात है कि प्रशासन की तरफ से आश्वासन तो मिलता है पर सहयोग न मिलने के कारण हर बार मुहिम को स्थगित करने को मजबूर होना पड़ता है। क्योंकि यह बहुत बड़ा एवं कठिन कार्य है, जो प्रशासन के सहयोग के बिना संभव नहीं है।
इसलिए इस बार संस्था ने यह फैसला लिया है कि 17 अगस्त दिन सोमवार से शहर से लावारिस गायों एवं गौधन को पकडक़र कैटल पाउंड छोडऩे की मुहिम शुरु की जा रही है तथा अगर प्र्रशासन को जनता की फिक्र है तो वह साथ दे, वर्ना मुहिम में खलल डालने का प्रयास न किया जाए। कैटल पाउंड में छोड़े जाने वाली गायों एवं गौधन को कैसे संभालना है इसका जिम्मा प्रशासन का होगा। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि प्रशासन द्वारा किए जाने वाले कार्य को शहर की संस्थाएं कर रही है तथा फिर भी प्रशासन का सहयोग न करना दुख की बात है और इस बार अधिकारियों की उदासीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह मुहिम तब तक जारी रहेगी जब तक शहर से सभी लावारिस गायों एवं गौधन को कैटल पाउंड या प्रशासन द्वारा दी जाने वाली अन्य जगहों पर नहीं पहुंचा दिया जाता। श्री गैंद ने बताया कि इस मुहिम में उन्हें बालाजी क्रांति सेना, भारत विकास परिषद, सफल भारत गुरु परंपरा, होशियारपुर वैल्फेयर सोसायटी, राष्ट्रीय हिन्दू शिव सेना, स्वर्णकार संघ, मईया जी असी नौकर तेरे संस्था ने सहयोग का आश्वासन दिया है तथा अन्य संस्थाओं से भी संपर्क साधा जा रहा है ताकि मुहिम की सफलता को सुनिश्चित बनाया जा सके। उन्होंने शहर निवासियों से भी अपील की कि इस मुहिम में उनका साथ दें।