धान की पराली को आग के रुझान को रोकने के लिए 52 कलस्टर व 242 नोडल अधिकारी नियुक्त

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जिलाधीश अपनीत रियात ने बताया कि धान की पराली को आग लगाने के रुझान को रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जिले के 1170 गांवों में 52 कलस्टर अधिकारी व 242 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। यह अधिकारी जहां किसानों को धान की पराली को आग लगाने से होने वाले नुकसानों के प्रति सावधान करेंगे वहीं नियमों का उल्लंघन करने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे। वे आज जिले के अधिकारियों व किसानों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(सामान्य) अमित कुमार पंचाल व अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(विकास) हरबीर सिंह भी मौजूद थे।

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डिप्टी कमिश्नर ने इस दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(विकास) को इस संबंधी जिले का नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए समूह एस.डी.एम्ज को निर्देश दिए कि जिले में धान की पराली को आग लगाने का कोई भी मामला सामने न आए, इसके लिए वे अभी से तैयारी कर लें। उन्होंने बताया कि धान की पराली को आग लगाना मानवीय स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हम कोरोना महांमारी से जूझ रहे हैं जो कि हमारे फेफड़ों पर सीधा असर करती है और पराली जलाने से होने वाला धुआं भी हमारे फेफड़ों पर ही बुरा प्रभाव डालता है। इस लिए प्रदूषण व कोरोना दोनों को रोकने के लिए हमें पराली जलाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि पराली को आग न लगाकर स्वस्थ समाज का निर्माण करना हम सभी की सांझी जिम्मेदारी है। अपनीत रियात ने कहा कि जिले में धारा 144 के अंतर्गत सांय 7 बजे से सुबह 10 बजे तक धान की कटाई के साथ-साथ धान के अवशेषों को भी आग लगाने पर पाबंदी लगाई जा चुकी है।

इसके अलावा बिना सुपर एस.एम.एस कंबाइन न चलाने संबंधी भी निर्देश जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पराली जलाने वालों पर कार्रवाई करने संबंधी इस बार तहसीलदार, सचिव आर.टी.ए, नायब तहसीलदार, मुख्य कृषि अधिकारी व कृषि विकास अधिकारी को भी चालान संबंधी अधिकारी दे दिए गए हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग की ओर से एस.पी आर.पी.एस संधू को नोडल अधिकारी तैनात किया गया है। जिलाधीश अपनीत रियात ने जिला विकास व पंचायत अधिकारी को गांवों की पंचायतों को भी पराली न जलाने संबंधी जागरुक करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिन पंचायतों में आग लगाने का कोई भी केस नहीं आया तो उन्हें पहल के आधार पर सरकारी ग्रांट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसानों को धान की पराली के प्रबंधन के बारे में भी जागरु क करें व किसानों को यह भी बताएं कि वह प्रबंधन के लिए आधुनिक कृषि उपकरणों का प्रयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पराली जलाने के आदेशों की उल्लंघना करने वाले व्यक्ति के विरु द्ध एन.जी.टी की हिदायतों के मुताबिक जुर्माना किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि 2 एकड़ से कम वाले किसानों से 2500 रुपये, 2 से 5 एकड़ वाले किसानों को 5000 रुपये व 5 एकड़ से अधिक वाले किसानों को 15000 हजार रुपये का जुर्माना किया जाएगा। इसके अलावा जो कंबाइनें बिना सुपर एस.एम.एस के चलेंगी पहली बार उल्लंघन करने पर उन्हें 50 हजार रुपए, दूसरी बार 75000 रुपए व तीसरी बार उल्लंघन करने पर 1 लाख रुपए जुर्माना किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने किसानों से बातचीत कर उन्हें सहयोग देने की अपील की व उनकी समस्याओं को भी सुना। इस दौरान एस.पी. आर.पी.एस. संधू, एस.डी.एम. होशियारपुर अमित महाजन, एस.डी.एम. गढ़शंकर हरबंस सिंह, एस.डी.एम. मुकेरियां अशोक कुमार, एस.डी.एम. दसूहा रणवीर सिंह, कमिश्नर नगर निगम बलबीर राज सिंह, डी.डी.पी.ओ सर्बजीत सिंह भी मौजूद थे।

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