बछवाड़ा/बेगूसराय(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: राकेश कुमार। कोरोना महामारी के मद्देनजर विभिन्न अनुष्ठान व समारोह कार्यक्रम आदि रद्द किए जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में बिहार सरकार ने आसन्न दशहरा पर्व को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है। सरकार के इन्ही नियम-निर्देशों व सोशल डिस्टेंस का पाढ पढ़ाने वालों सरकारी लोकसेवकों ने ही जमकर सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाई। बताते चलें मंगलवार को बछवाड़ा थाना के प्रांगण में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। जहां प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पूजा पंडालों के आयोजन समिति व आम आवाम को सरकारी दिशानिर्देश को विस्तार पूर्वक बताया जाना था। शांति समिति की बैठक के दौरान यह देखा गया कि सोशल डिस्टेंस का अनुपालन न कोई सरकारी लोकसेवक कर रहे थे और न ही पूजा समितियों व जनप्रतिनिधि को इसका ख्याल रहा। बैठक में उपस्थित सभी लोग अपने आप में मशगूल थे।
इस दौरान वहां मौजूद अंचलाधिकारी नेहा कुमारी व थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने भी महज़ एक मीटर लंबी टेबल में तीन-तीन लोग बैठे थे। जबकि नियमानुसार सभी लोगों को सोशल डिस्टेंस के तहत एक बार दूसरे के बीच एक मीटर की दूरी बनाए रखने का अनुपालन शत-प्रतिशत किया जाना है। पदाधिकारियों के अलावा सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ा रहे जनप्रतिनिधियों व पूजा समितियों के सदस्यों से भी उक्त अधिकारियों ने एक बार भी सोशल डिस्टेंस अनुपालन करने हेतु निवेदन किए जाने की महज़ औपचारिकता भी नहीं पुरा किया गया। अधिकारियों के द्वारा सोशल डिस्टेंस का अनुपालन नहीं किए जाने को लेकर नारेपुर निवासी भगवान रजक, सुखदेव रजक, आदि लोगों नें बताया कि नियम कानून तो सिर्फ हम गरीबों के लिए बनाए गए हैं। सरकारी हीं जब नियम कानून का अनुपालन नहीं करेंगे तो भारतीय कानून व्यवस्था महज़ एक मजाक की वस्तु प्रतीत होती है। एएसआई आनंदी सिंह, एस आई विरेन्द्र गुप्ता, एस आई अरविन्द कुमार सुमन, मुखिया महेश्वर चौधरी, राजेश शर्मा, शुशील कुमार राय, सैलेन्द्र कुमार शर्मा त्यागी, माधो कुंवर, सुजीत सहनी, विश्वनाथ महतो, दुनियादार महतो, भोला शर्मा, सुनील कुंवर आदि उपस्थित थे।