होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। भगवान वाल्मीकि श्राइन बोर्ड की बैठक में बोर्ड सदस्य हलका शाम चौरासी के विधायक पवन आदिया ने मुख्यमंत्री के समक्ष कुछ मांगे रखी ताकि हमारी आने वाली पीढिय़ां भगवान वाल्मीकि जी के जीवन व भारतीय संस्कृति को जान सकें। वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से विधायक आदिया ने इस संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने मांग की है कि एक ऐसा सैंसर बोर्ड बनाया जाए जो भगवान वाल्मीकि जी के जीवन पर आधारित बनने वाली फिल्म, नाटक, लेख तथा कविताओं आदि की जांच करने उपरांत ही उनके प्रसारण की अनुमति दे। क्योंकि, भगवान के प्रति गलत कथाओं को दिखाने से लोगों की भावनाएं आहत होती हैं तथा इससे शांति भंग होने की भी आंका बनी रहती है।
विधायक आदिया ने बताया कि दूसरी मांग में उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि महार्षि वाल्मीकि जी के जीवन एवं आदर्शों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। तीसरी मांग में उन्होंने कहा कि जिस महान ग्रंथ (श्री रामायण जी) से भारत की संस्कृति को आधार मिला हो उसके रचयिता महार्षि वाल्मीकि जी के प्रकट उत्सव पर लाजमी छुट्टी की घोषणा की जाए ताकि हर साल छुट्टी की मांग न करनी पड़े। विधायक आदिया ने बताया कि चौथी व महत्वपूर्ण मांग में उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि भगवान वाल्मीकि जी के नाम पर स्कूल-कॉलेज खोले जाएं व अस्पतालों तथा लोकभलाई योजनाओं का शुभारंभ किया जाए।
ऐसा करने से महार्षि भगवान वाल्मीकि जी तथा रामायण जी में आस्था रखने वालों में एक अच्छा संदेश जाएगा व इससे प्रदेश सरकार की हर वर्ग एवं समुदाये के उत्थान के लिए दूरगामी सोच के प्रति जनता का विश्वास और बढ़ेगा। विधायक आदिया ने बताया कि बैठक में अन्य सदस्यों एवं विधायकों ने भी अपने सुझाव दिए तथा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा सभी को आश्वस्त किया गया कि महार्षि भगवान वाल्मीकि जी के जीवन एवं आदर्शों की स्थापना के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा तथा उनके नाम पर जनभलाई योजनाओं का भी शुभारंभ किया जाएगा।