वीडियो के माध्यम से किसानों को पराली न जलाने के फायदे बताएगी एल.ई.डी से लैस जागरुकता वैन: जिलाधीश

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जिलाधीश अपनीत रियात ने आज नाबार्ड की ओर से जिला स्तर पर पराली प्रबंधन व पर्यावरण सरंक्षण का संदेश देने वाली आधुनिक एल.ई.डी जागरुकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वैन तीन दिन में जिले के सभी गांवों को कवर करते हुए किसानों को वीडियो के माध्यम से पराली जलाने के बुरे प्रभावों और इसे न जलाने के लाभ के बारे में बताएगी। जिलाधीश ने कहा कि नेशनल बैंक फार एग्रीकल्चर एंड रुरल डेवलेपमेंट(नाबार्ड) की ओर से एल.ई.डी से लैस यह जागरुकता वैन धान की पराली न जलाने संबंधी किसानों को जागरुक करने में एक सफल माध्यम साबित होगी।

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जिलाधीश ने इस दौरान नाबार्ड के वर्ष 2020 के पराली न जलाए, पराली तो कमाओ अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन की ओर से पराली जलाने के रुझानों को खत्म करने के लिए किसानों को लगातार जागरुक किया जा रहा है ताकि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हम कोविड-19 जैसी महांमारी से जूझ रहे हैं और ऐसे समय में पराली जलाने से हमारे स्वास्थ्य पर इसका काफी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इस लिए हमें कोविड के साथ-साथ पर्यावरण व जमीन के स्वास्थ्य को बचाने के लिए पराली व खेतों के अवशेषों को जलाने से बचना है। उन्होंने बताया कि पराली का प्रबंधन कर हम जहां जमीन के मित्र कीड़ो व जैविक पदार्थों को बचाते हैं वहीं अधिक झाड़ भी प्राप्त करते हैं।

डी.डी.एम नाबार्ड जसमिंदर सिंह बिंद्रा ने कहा कि नाबार्ड की ओर से जिला स्तर पर शुरु किए गए इस अभियान के अंतर्गत स्लोगन, दीवार पेटिंग के माध्यम से भी किसानों को फसलों के अवशेष न जलान संबंधी जागरुक किया जा रहा है। इस मौके पर मुख्य कृषि अधिकारी डा. विनय कुमार, लीड जिला मैनेजर आर.के. चोपड़ा, कृषि अधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारी, शहीद भगत सिंह क्रांतिकारी सोसायटी व अन्य सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

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