होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद ने होशियारपुर नगर निगम के कार्यरत ठेकेदारों द्वारा सोशल मीडिया में भ्रष्ट तरीके से सरकारी कामों के आवंटन करने के आरोप का नोटिस लेते हुए इसे एक गंभीर मामला बताया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार तथा इस समय नगर निगम भंग होने के कारण सारे सिस्टम को सरकार के मंत्री चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि लंबा समय भाजपा ने नगर निगम को चलाया है तथा भाजपा की सरकार के समय शहर के विकास के लिए भारी मात्रा में फंड भी उपलब्ध करवाए गए थे।
परंतु टेंडर के आवंटन के मामले में आज तक भ्रष्टाचार के इतने गंभीर आरोप कभी भी देखने को नहीं मिले। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी द्वारा नगर निगम द्वारा अपने फंडों में अलाट किए गए कामों को रोकी रखा तथा नगर निगम के कार्यकाल पूरा होने के बाद करवाना भी अपने आप में भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है। परंतु कुछ दिन पहले हुए टेंडरों के समय सत्ताधारी भारी-भरकम व्यक्तित्व द्वारा चार करोड़ के टेंडरों में से करीब आधे काम अपने रिश्तेदारों व चहेतों को पुलिंग के जरिए दिलवाकर बिना काम करवाए उन्हें उन को लाभ पहुंचाने के मामले में होशियारपुर में सनसनी का माहौल पैदा कर दिया है,क्योंकि यह नगर निगम के इतिहास में सबसे बड़ा घपला माना गया था। अब ठेकेदारों द्वारा सोशल मीडिया में पहले ही इस बात का खुलासा कर दिया है कि मौजूदा टेंडर किन बाहर से लाई गई फर्मों के नाम से खुलने वाले हैं अपने आप में एक टेढ़ा सवाल है जिसका निगम अधिकारी व सत्ताधारी नेता जवाब नहीं दे पाएंगे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद ने कहा कि विकास कार्यों की गुणवत्ता के लिए खुले तथा निष्पक्ष रुप से मंजूर करवाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि होशियारपुर की जनता इस बात के इंतजार में है कि ठेकेदारों द्वारा लगाए गए इल्जामों से अपना दामन पाक साफ प्रमाणित करने के लिए क्या सत्ताधारी वर्ग इस मामले की सीबीआई जा विजिलेंस विभाग से निष्पक्ष जांच करवाएगा। शहर की टूटी सडक़ें लोगों के लिए सिरदर्द बनी हुई है और ऊपर से घोटाले में शहर निवासियों का सरकारी कार्यगुजारी से विश्वास खत्म कर दिया है। ऐसे में सत्ताधारी पार्टी अपने आप को किस तरह इस गुना से अलग करेगी ,इसकी संभावना कम ही नजर आ रही है।