होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। धरती पुत्र किसानों के प्रति केन्द्र सरकार का उदासीन रवैया बिलकुल सही नहीं है। सरकार को किसानों की बात सुननी ही नहीं बल्कि ठीक ढंग से समझते हुए कृषि बिलों को वापस भी करना चाहिए। यह मांग केन्द्र सरकार से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी व अर्जुन अवार्डी माधुरी सक्सेना ने की। उन्होंने कहा कि सरकार ने भले ही यह कानून किासनों की भलाई के लिए बनाए हों, अगर किसानों को इसमें खामियां दिखाई दे रही हैं तो सरकार को इसे लागू नहीं करना चाहिए तथा लागू करने से पहले सभी कमियों को दूर करके किसानों को विश्वास जीतना चाहिए। ऐसे कानून को लागू करके क्या लाभ जो हमारे किसानों के हित में ही न हो।
सक्सेना ने कहा कि यह बात सरकार भी भलीभांति जानती है कि अगर किसान खुश होगा तो ही देश खुशहाल होगा, किसानों की खुशहाली के बिना देश की तरक्की और समृद्धि की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे कानून बनाने चाहिए जिससे किसानों के पैदावार बढ़े तथा देश के भंडार भरे रहने के साथ-साथ किसान और खुशहाल भी हो सकें। ऐसे कानून नहीं जिनका पूरा देश विरोध करे तथा उन्हें अपने हकों के लिए कड़ाके की ठंड में सडक़ों पर धरने लगाने को मजबूर होना पड़े। सक्सेना ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील की कि वेे किसानों के दर्द को समझें और खुद इस मामले को सुलझाने के लिए आगे आएं ताकि हमारा अन्नदाता पुन: खेतों में जाकर देश का पेट भरने के लिए मेहनत कर सके।