जालंधर (द स्टैलर न्यूज़)। शिरडी साईं बाबा फाउंडेशन के राष्ट्रपति अवार्डी व साईं बाबा की 45 पुस्तकों के लेखक आशिम खेतरपाल जो अपने द्वारा श्री शिरडी साईं बाबा के काम के लिए प्रसिद्ध हैं, उनके द्वारा लिखित पुस्तक ” साई विभूति” का विमोचन श्री सत्या साई सेवा आर्गेनाईजेशन पंजाब के सहयोग से वीरवार शाम को जिमखाना क्लब में हुआ। गेस्ट ऑफ ऑनर रहे बाबी सहगल वाइस चेयरमैन पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन, मनीष सहगल, मनिंदर सिंह, श्री सत्या साई सेवा आर्गेनाईजेशन पंजाब के डॉ साजन शर्मा, कुलभूषण सूरी, अनीश सूरी, मोहित त्रेहन, तलविंदर सोइ साईं वुभूति पुस्तक में साईं विभूति की महत्ता व विभूति द्वारा भक्तों के कल्यणकारी प्रभाव व अनगिनत चमत्कारों का विवरण है ।
लेखक आशिम का जीवन साईं विभूति के चमत्कार के परिणामस्वरूप ही बच पाया। इसीलिए औषिम ने अपना जीवन साईं बाबा को समर्पित कर दिया व बाबा के जीवन व चमत्कारों पर 45 पुस्तकें लिख डाली । कैसे साईं बाबा अपने भक्तों को विभूति से चमत्कारी आशीर्वाद प्रदान करते थे व क्या है इसका आध्यात्मिक महत्व बयान किया है लेखक ने ।
विभूति शिव की पवित्र चीजों में से एक मानी जाती है। आशिम ने बताया कि सबका मालिक एक यानी साईंबाबा जिन्हें एक भारतीय गुरु, योगी और फकीर के रूप में जाना जाता था। इनकी कई कहानियां प्रचलित है जिसे मेरे द्वारा टेलीविजन में इनको नाट्य रूपातंरण में प्रसारित किया जा चुका है। मेरी कई फिल्में भी बन चुकी है। साईं बाबा का न कोई धर्म था। साईं को हर धर्म में मान्यता प्राप्त है। हर धर्म के लोग इनके प्रति आस्था रखते थे। ये कहना बिल्कुल गलत होगा कि साईं बाब का कोई धर्म था। तभी को उन्होंने कहा था कि सबका मालिक।मेरी फिल्मों और पुस्तकों की कहानियों के माध्यम से साईं बाबा के कई चमत्कार से रूबरू हो चुके है।
आशिम खेतरपाल आज भारत और विश्व में उनके द्वारा साईं बाबा के लिए किए गए कार्यों के कारण एक जाना माना चेहरा हैं। आज टीवी, रेडियो और अन्य स्थानों पर साईं बाबा पर दिखाई जाने वाली सामग्री का 90 प्रतिशत हिस्सा आशिम खेतरपाल द्वारा बनाया गया है।