-अभिभावकों में रोष- पंचायत, स्कूल प्रबंधक कमेटी ने शिक्षा विभाग से की स्कूल मुखी को बदलने की मांग- मौके पर पहुंचे उपजिला शिक्षा अधिकारी ने लिया घटनाक्रम का जायजा- कहा, उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट बनाकर भेजेंगे, जरुर होगी कार्रवाई- अभिभावकों ने कार्रवाई न होने पर दी बच्चों को स्कूल से हटाने की चेतावनी-
Report:- Sameer Saini-
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सरकारी एलीमैंट्री स्कूल सलेरन में वीरवार 18 मई को उस समय हंगामा हो गया जब बच्चों के अभिभावक, ग्राम पंचायत, स्कूल प्रबंधक कमेटी और अन्य गांव निवासियों ने स्कूल पहुंच कर स्कूल मुखी को बदलने की मांग कर डाली। गौरतलब है कि 17 मई दिन बुधवार को स्कूल में बच्चों द्वारा नाखुन व न नहा कर आने जैसी शिष्टाचार की बातों को लेकर स्कूल मुखी द्वारा बच्चों को शौचालय में बंद कर दिया गया था। इस बारे में स्कूल में छुट्टी के बाद जब घर पहुंच कर अपने माता-पिता को बताया तो वे गुस्से में आ गए और 18 मई को सुबह स्कूल पहुंच कर उन्होंने रोष
व्यक्त किया। मामला बिगड़ता देख मौके पर पहुंचे सरपंच एडवोकेट नवजिंदर सिंह बेदी ने तुरंत इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारियों से बात की और उन्हें इसकी जांच करवाकर आरोपी स्कूल मुखी के खिलाफ कार्रवाई को कहा। स्कूल कमेटी, अभिभावकों व गांव निवासियों ने बताया कि स्कूल में बच्चे अच्छे गुण व शिक्षा सीखने आते हैं और स्कूल मुखी का ऐसा व्यवहार बच्चों की मानसिकता पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा, इसलिए ऐसी अध्यापिका का स्कूल में रहना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि स्कूल मुखी सपना के व्यवहार को लेकर पहले भी शिकायतें आती रही हैं, मगर उसने अपने व्यवहार में कोई तबदीली नहीं की। उन्होंने बताया कि छोटे से शौचालय में बच्चों (लडक़े-लड़कियों को एक साथ) बंद करना कहां का शिष्टाचार है और क्या शिक्षा विभाग इसकी आज्ञा देता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर स्कूल मुखी को स्कूल से न बदला गया तो वे अपने बच्चों को स्कूल से हटा लेंगे। इस दौरान अपना पक्ष रखते हुए स्कूल मुखी सपना व सैकेंड इंचार्ज का कहना था कि बच्चे नाखुन नहीं काट कर आए थे और नहा
कर भी नहीं आते, तो उन्होंने बच्चों को सबक सिखाने के लिए ऐसा किया। अब उनके कोई पूछने वाला हो कि क्या ऐसा करने से बच्चे समझ जाएंगे और क्या ऐसा करना मानवता है, जबकि बच्चे तो कोरे कागज की तरह होते हैं जो भी रंग उनमें भर दो वे उसी में रंग जाते हैं तथा हर बात को बहुत जल्द सीखते हैं। गौर रहे कि उक्त स्कूल में स्कूल मुखी व सैकेंड इंचार्ज पति-पत्नी हैं।
इस मौके पर जांच के लिए पहुंचे उपजिला शिक्षा अधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने लोगों को शांत करते हुए आश्वस्त किया कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकरियों को भेजेंगे तथा जो भी निर्देश ऊपर से आएंगे उन्हें लागू किया जाएगा। उन्होंने अभिभावकों को शांत करते हुए कहा कि वे बच्चों को रोजाना स्कूल भेजें तथा भविष्य में ऐसी कोई शिकायत नहीं आएगी।
इस मौके पर स्कूल कमेटी की चेयरमैन गुरदेव कौर, सदस्य पिंकी, आरती व परमवीर, शिव दयाल, मनजीत कौर, जूना, जसवीर कौर, सुरिंदर कौर, सोहन सिंह, अमरीक सिंह, कुलदीप सिंह, जोगिंदर सिंह, जसपाल, नंबरदार सतपाल के अलावा अन्य गांव निवासी मौजूद थे।