होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। संघर्ष कमेटी की मीटिंग जि़ला अध्यक्ष व भाजपा लोकल बॉडी सैल के अध्यक्ष कर्मवीर बाली की अध्यक्षता में हुई। इस अवसर पर कर्मवीर बाली ने कहा कि आग लगती है तो धुआं निकलता है। मोहाली की 31 एकड़ ज़मीन जो उद्योगमन्त्री और मैनेजमैंट की मिली भगत से 30 हजार रूपए प्रति गज की ज़मीन का 450 करोड़ से ऊपर घोटाला हुआ है। कर्मवीर बाली ने कहा कि उद्योग एवं वाणिज्य मन्त्री पंजाब का नाम इसमें आना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है। कर्मवीर बाली ने मांग की कि इस घोटाले की जांच के आदेश मुख्यमन्त्री पंजाब कैप्टन अमरिन्द्र सिंह दें ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। अगर कैप्टन अमरिन्द्र चाहते हैं कि उनके मन्त्री पर लगा आरोप गलत है या सही और अगर वो चाहते हैं पंजाब में कांग्रेस की छवि को दाग न लगे तो सी.बी.आई जांच अति आवश्यक है।
कर्मवीर बाली ने कहा कि मौजूदा कांग्रेस में कर्मठ, ईमानदारों के लिए कोई जगह नही रही बल्कि पार्टी में पूंजीपतियों का कब्ज़ा है। पार्टी में सीनियर, जूनियर को दर किनार करके मन्त्री जैसे रूतबे की प्रवाह नहीं हो रही। कर्मवीर बाली ने कहा कि इसका असर नगर निगम के चुनावों पर पडऩे वाला है। जिस घर-या-संस्था का मुखी अपनी छवि न बचा सके तो उसका असर उसके परिवार व संस्था को भुगतना पड़ता है। अगर चुनावों से पहले सी.बी.आई की जांच के आदेश मुख्यमन्त्री कैप्टन अमरिन्द्र सिंह देते हैं तो उनकी छवि पारदर्शी की होगी जिसका लाभ मिलने की संभावना हो सकती है।
अगर जांच के आदेश नहीं देते तो जनता में इसका उल्टा असर हो सकता है। वैसे भी जनता यह समझ चुकी है कि जो कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव मैंदान में है। वो प्रापर्टी और असामाजिक तत्वों से सम्बन्ध रखते हैं ऊपर से मन्त्री का घोटाले में नाम आने से इनकी जमानत बयाना मुश्किल लगता है और इसका सीधा लाभ भाजपा को मिलने वाला है। कांग्रेस से नाराज़ सीनियर नेता भी कांग्रेस के विरोध में वोट डालने वाले हैं। इस अवसर पर चेयरमैन नवल किशोर वालिया, नीरज शर्मा, कृपाल सिंह, बलविन्द्र कुमार, विपन कुमार, निर्मल सिंह, सुरजीत सैनी, उत्तम सिंह आदि शामिल थे।