-कहा, यूनिवर्सिटी अधिकारियों की उदासीनता के चलते जनता में जा रहा गल्त संदेश- बर्दाश्त नहीं किया जाएगा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़-
होशियारपुर, 2 अक्टूबर: आयुर्वेद को बढ़ावा देने तथा होशियारपुर को देश के नक्शे पर और प्रमुखता से स्थापित करने के उद्देश्य से पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं सी.एम. के राजनीतिक सलाहकार तीक्ष्ण सूद ने अपने प्रयासों से गुरू रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी स्थापित करवाई थी। इसके स्थापित होने से होशियारपुर सहित आसपास के क्षेत्र के लोगों को इससे बड़ी आस बंधी थी। मगर अफसोस की बात रही कि जिस उद्देश्य से तीक्ष्ण सूद ने कड़े प्रयासों से यह यूनिवर्सिटी स्थापित की थी आज यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की उदासीनता के चलते यूनिवर्सिटी का अक्स जनता के बीच खराब हो रहा है। इतना ही नहीं यूनिवर्सिटी की मान्यताओं पर भी सवाल उठ रहे हैं, जिससे विद्यार्थी वर्ग पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है तथा धरने प्रदर्शन करने को मजबूर है। इसलिए यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को चाहिए कि वे इस संबंधी अपनी स्थिति को स्पष्ट करें ताकि यूनिवर्सिटी के प्रति जनता का विश्वास बना रहे। उक्त बात बजरंग दल के विभाग प्रमुख शेरे पंजाब सिंह ने कार्यकर्ताओं की बैठक में कही। शेरे पंजाब सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी के अधिकारी वर्ग को लेकर जो चर्चाएं गर्म हैं उससे ऐसा लगता है कि अधिकारी वर्ग अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह ठीक ढंग से नहीं कर रहा है और न ही विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को सही गाइड किया जा रहा है। इसके चलते विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शेरे पंजाब सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी के वी.सी. के निजी तौर पर इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और खुलकर सारे मामले से पर्दा उठाना चाहिए कि आखिर कमी कहां है। शेरे पंजाब सिंह ने बजरंग दल की तरफ से चेतावनी दी कि अगर 2-3 दिन के भीतर यूनिवर्सिटी अधिकारियों ने विद्यार्थियों की समस्या को समझते हुए सारी स्थिति स्पष्ट न की तो बजरंग दल, अन्य संस्थाओं के साथ-साथ विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को साथ लेकर यूनिवर्सिटी के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे और इसकी सारी जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी अधिकारियों की होगी। शेरे पंजाब सिंह ने सी.एम. के राजनीतिक सलाहकार तीक्ष्ण सूद से अपील की कि वे पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी करें ताकि गुरु रविदास जी महाराज के नाम की गरिमा व लोगों के विश्वास को कायम रखा जा सके। इस मौके पर विशाल वर्मा, नीरज हंस सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
गुरु रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी की मान्यता पर स्थिति स्पष्ट करें अधिकारी अन्यथा होगा प्रदर्शन: शेरे पंजाब सिंह
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