जालंधर(द स्टैलर न्यूज़)। ज़िला प्रशासन की तरफ से नगर निगम, सिंचाई और पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी) के सांझे पैनल का गठन करने का आदेश दिया गया है, जो कि शहर के अलग -अलग हिस्सों में से निकलती बिस्त -दोआब नहर की डिस्ट्रीबयूटरी में कूड़े की डम्पिंग के निपटने का पूरा काम करेगा। ज़िला प्रशासकीय कंपलैक्स में ज़िला वातावरण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने तीनों ही विभागों के आधिकारियों को कहा कि बिस्त -दोआब नहर की डिस्ट्रीबयूटरी के आस-पास के 10 किलोमीटर के पूरे क्षेत्र का जायज़ा लिया जाये और समस्या सम्बन्धित विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाये। पीपीसीबी की तरफ से यह बताने पर कि डिस्ट्रीबयूटरी डम्पिंग साइट बन गई है, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने आधिकारियों को कहा कि कूड़ा फेंकने वाले व्यक्तियों ख़िलाफ़ चालान करके अभियान शुरू किया जाये। इसके अलावा उन्होनें आधिकारियों को स्वच्छता बनाई रखने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए डिस्ट्रीबयूटरी के आस- पास के क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए।
अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर ने आधिकारियों को उनके दफ़्तर को जांच रिपोर्ट जमा करवाने के लिए कहा, जिससे डिस्ट्रीबयूटरी में होने वाले प्रदूषण के साथ निपटने पर कार्यवाही की जा सके। इसके अलावा सारंगल ने उन लोगों ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही करने के लिए कहा जो कूड़े को आग लगाते हैं, जिससे वातावरण प्रदूषित होता है। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार शहर का सर्वपक्षीय विकास कर लोगों की खुशहाली के लिए वचनबद्ध है और इसके लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जायेगी। इस अवसर पर सारंगल ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) प्रोजैक्टों की प्रगति का जायज़ा भी लिया और आधिकारियों को काम जल्दी पूरा करने के लिए कहा। अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर ने कृषि और किसान भलाई विभाग को एक रणनीति बनाने के लिए भी कहा जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि आने वाले गेहूँ की कटाई के सीजन में कोई भी किसान पराली जलाने में हिस्सा न ले।
उन्होनें आधिकारियों को कहा कि वातावरण को सबसे अधिक प्राथमिकता दी जाये, जिससे हम आने वाली पीढ़ीयों को सुरक्षित भविष्य दे सकें। उन्होनें कहा कि अलग -अलग क्षेत्रों के सरवपक्खी विकास को बढावा देने के लिए यह समय की ज़रूरत है। इस अवसर पर एसपी रवि कुमार, पीपीसीबी के कार्यकारी इंजीनियर कुलदीप सिंह, ड्रेनेज विभाग के कार्यकारी इंजीनियर दविन्दर सिंह, पंजाब जल स्पलाई और सीवरेज बोर्ड के कार्यकारी इंजीनियर जतिन वासुदेवा और अन्य उपस्थित थे।