सरकार की योजना से घर में बना पाखाना तो दूर हुए रिश्तेदार भी हुए पास, दिशा ने सरकार का जताया आभार

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। जि़ला एस.ए.एस. नगर के गांव सूंक की रहने वाली दिशा के घर अब पाखाना बन चुका है। उसका कहना है कि इससे पहले घर में पाखाना न होने के कारण किसी रिश्तेदार के आने पर आत्मसम्मान को ठेस पहुँचती थी। अब घर पर पाखाना बन जाने से हमारा स्वाभिमान बढ़ा है। इसी तरह धीरजा के घर में पाखाना बन जाने से पूरे परिवार को बहुत सी मुश्किलों से निजात मिली है। इससे पहले सभी को बाहर जाना पड़ता था। जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग ग्रामीण घरों को कामयाबी के साथ निजी पाखानों की सुविधा मुहैया करवा रहा है। रुरल सेनिटेशन प्रोग्राम अधीन पंजाब के सभी गाँवों में अब तक 5 लाख 75 हज़ार निजी पाखानों की सुविधा दी जा चुकी है जिस पर 862.50 करोड़ रुपए की लागत आई है। इससे जहाँ लोगों का स्वाभिमान बढ़ा है वहीं स्वच्छ भारत मुहिम को भी भारी समर्थन मिला है। 32.99 करोड़ रुपए की लागत के साथ गाँवों के स्कूलों के लिए 7152 पाखाने बनाए जा चुके हैं।

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इसी तरह 5.77 करोड़ रुपए के साथ 467 स्कूलों के लिए सेनिटेशन के मंतव्य के लिए पानी की व्यवस्था और 4.66 करोड़ रुपए की लागत के साथ आंगनवाड़ी केन्द्रों के बच्चों के लिए भी 1330 पाखाने बनाए जाने हैं। साल 2021 में राज्य की खुले में शौच से मुक्त स्थिति को बनाए रखने के लिए स्वच्छ भारत मिशन चरण-2 के अंतर्गत ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग के साथ मिलकर 7 ब्लॉकों में ठोस और तरल कूड़े का प्रबंधन मुकम्मल तौर पर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग के सहयोग से ही राज्य में सोलिड वेस्ट मैनजमैंट के लिए 79 ग्राम पंचायतों के लिए कुल 3 करोड़ 31 लाख रुपए और लिक्विड वेस्ट के प्रबंधन के लिए 904 ग्राम पंचायतों के लिए कुल 21.02 करोड़ रुपए की राशि जारी की जा चूकी है। इसके अलावा अलग-अलग 1545 गाँवों में 1557 कम्युनिटी सैनीटरी कम्पलैक्सों के निर्माण के लिए भी कुल 32.70 करोड़ रुपए जारी किये जा चुके हैं। जल आपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री रजिया सुलताना का कहना है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार गाँवों के लोगों को साफ़ पानी मुहैया करवाने के लिए और स्वच्छ आस-पड़ोस देने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही। उन्होंने कहा कि लोगों का जीवन स्तर ऊँचा उठाने के लिए बहुत सी स्कीमें पंजाब में लागू हैं।

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