पढ़े लिखे बेरोजगारों को अधिक से अधिक कर्ज देकर मजबूत बनाए बैंक: अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। बैंक विभिन्न कर्जा योजनाओं के माध्यम से नौजवानों को मजबूत बनाने के लिए पढ़े लिखे बेरोजगार नौजवानों को अधिक से अधिक ऋण प्रदान करें ताकि वे सशक्त  हो सकें। यह विचार अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(विकास) हरबीर सिंह ने जिले के लीड बैंक की ओर से जिले के बैंकों के कामकाज का जायजा लेने संबंधी जिला सलाहकार कमेटी और जिला स्तरीय समीक्षा कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए रखे। इस दौरान उन्होंने बैंकों को सी.डी रेशो बढ़ाने की जरु रत के संबंध में निर्देश देते हुए बैंको को इस दिशा में ध्यान देने के लिए कहा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग खास तौर पर पढ़े लिखे बेरोजगार नवयुवक तथा समाज के कमजोर वर्गों के  लोग कर्जे प्राप्त करके आर्थिक धंधे शुरु  कर जीवन स्तर को और ऊंचा उठा सकें।

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उन्होंने बताया कि जिले के विभिन्न बैंकों द्वारा कर्जा योजना वर्ष 2020-21 के अंतर्गत दिसंबर 2020 तक कुल 9925.08  करोड़ रु पये कर्ज के तौर पर दिए गए जबकि लक्ष्य 11340.05  करोड़ रु पये का था। इसमें से प्राथमिकता क्षेत्र में को 7830.73 करोड़ रु पये के कर्जे दिए गए जबकि गैर प्राथमिकता क्षेत्र में 1094.35 करोड़ रु पये के कर्जे दिए गए। प्राथमिकता क्षेत्र में 6085.60 करोड़ रु पये कृषि के लिए, 1895.70 करोड़ रु पये गैर कृषि क्षेत्र के लिए और 849.43 करोड़ रु पये अन्य प्राथमिकता क्षेत्र को कर्जे के तौर पर दिए गए।

अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने बैंको को अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूहों को ऋण प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने बैंकों को अलग-अलग स्कीमों के बारे में लोगों को जानकारी देने तथा कृषि व लघु उद्योग, सेवा क्षेत्र, सरकारी प्रोग्रामों जैसे कि प्रधानमंत्री रोजगार सृृजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, डेयरी टाई-अप योजना के अंतर्गत कर्जे देने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए भी कहा। उन्होंने बैंकों को कहा की डीआरआई स्कीम में अधिक से अधिक गरीब लोगों को कर्जा दिया जाए ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके और उनका जीवन स्तर ऊंचा हो सके। उन्होंने बैंकों को जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में डेयरी, तरल पूंजी, डेयरी व्यापारिक क्रैडिट, भेड़, बकरी, मुर्गी खानों, कृषि व इंफरा पर प्रगतिशील तकनीकी प्राथमिक योजनाओं, कृषि की फसलों का रख रखाव के लिए तय स्कीमों में कर्जे दिए जाएं।

बैठक को संबोधित करते हुए डी.जी.एम पंजाब नेशनल बैंक डा. राजेश प्रसाद ने बताया कि जिला होशियारपुर में बैंकों में जमा राशियां जो कि दिसंबर 2019 में 30109 करोड़ रुपए थी, दिसंबर 2020 में बढ़ कर 35485 करोड़ रुपए हो गई। इसी तरह बैंकों की ओर से दिए गए कुल कर्जे की रकम जो कि दिसंबर 2019 में 8989 करोड़ रुपए थी, दिसंबर 2020 में बढ़ कर 9480 करोड़ रुपए, जो कि इस कोविड-19 के समय में क्रैडिट वृद्धि 5.46 प्रतिशत हो गई।

लीड जिला मैनेजर राम कृष्ण चोपड़ा ने बताया कि जिले के बैंकों में दिसंबर 2020 तक 20807 किसानों को 558.58 करोड़ रुपए के किसान कार्ड जारी किए गए हैं। उन्होंने बैंक अधिकारियों को सलाह दी कि वे नए उद्यमियों को अधिक से अधिक कर्जा दें ताकि जिले में नए उद्योग धंधे लग सकें व लोगों को रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके मिल सकें। उन्होंने जिला प्रशासन का बैंको को अधिक से अधिक सहयोग देने के लिए धन्यवाद किया। इस दौरान आर.बी.आई के एल.डी.ओ श्री बिमल शर्मा, डी.डी.एम नाबार्ड जे.एस. बिंद्रा व अलग-अलग बैंक के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

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