होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मोदी सरकार द्वारा जो तीन कृषि कानून बनाए गये हैं उनके रोष में आज 6 मार्च को आज़ाद किसान कमेटी दोआबा होशियारपुर ने सुतैहरी रोड पर एक निजी शोरूम पर धरने लगाने का 146वां दिन बीत गया है। इस धरने को प्रधान सुखपाल सिंह काहरी ने सम्बोधन करते हुये बताया कि जितनी देर तक केन्द्र सरकार की ओर से यह काले कानून वापिस नहीं लिए जाते तब तक यह धरने इसी तरह जारी रहेंगे। इस जत्थेबन्दी द्वारा भी गांवों से दिल्ली संयुक्त मोर्चे में शामिल होने के लिए अलग-अलग जत्थे भेजे जा रहे हैं। सुखपाल सिंह काहरी ने सरकार को चेतावनी देते हुये कहा कि केन्द्र सरकार इस मोर्चे को फेल करने के लिए जो हथियार उपयोग कर रही है, वो कामयाब नहीं होनें दिये जायेंगे। इस जत्थेबन्दी की ओर से गांवों में भी यह प्रचार शुरू कर दिया गया है कि जो व्यक्ति भी भाजपा के पक्ष में हैं, उनका समाजिक बॉयकाट किया जायेगा तथा आने वाले चुनावों में भाजपा को हराने का पूरा यत्न किया जाएगा। इस के साथ साथ दिनांक 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं द्वारा दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की अध्यक्षता की जानी है। हमारी यह जत्थेबन्दी इन महिलाओं के संघर्ष की प्रशंसा करती है। इस अवसर पर तरसेम सिंह नागरा ने भी अपने विचार पेश किये कि दिल्ली सरकारी दायरे को बेचकर देश की जनता को धोखा दे रही है।
श्री नागरा ने अखबारों द्वारा आई जानकारी दी कि प्रदेश के 18 बस स्टेैंड, पुलिस की 50 से अधिक संस्थाये निजी हाथों में सौंपे, पूरे देश में सरकारी स्कूलों का निजीकरन, देश के राष्ट्रीय राज मार्ग बेचकर 40 हज़ार करोड़ रूपया इक्_ा करना, बड़े-बड़े सरकारी बैंकों तथा बीमा कम्पनियों को तथा रेलवे स्टेशनों को बेचने की तैयारी कर रही है तथा कर दी भी है जोकि देशवासियों से घोर अन्याय हो रहा है। मोदी सरकार द्वारा हवाई अड्डों तथा बन्दरगाहों का पहले ही निजीकरन कर दिया गया है इसलिए उन्होंने किसानों के इलावा अन्य वर्गों को भी इस सरकार से सावधान होने के लिए कहा। इस धरने में कुलभूषण प्रकाश सैनी, अवतार सिंह शेरपूरी, ज्ञान सिंह भलेठू, जोगा सिंह काहरी, अशोक कुमार शर्मा, दिलबाग सिंह काहरी, दलवीर सिंह काहरी, सतनाम सिंह बस्सी, धर्मजीत, बलवन्त सिंह, मनवीर सिंह, सुरजीत सिंह सैनी, लखवीर सिंह लक्खी, निर्मल सिंह हुकड़ा, हरदयाल सिंह, गुरदयाल सिंह, हरपाल सिंह, जोती सरूप, गुरप्रीत सिंह हूकड़ां, भूपिन्द्र सिंह भट्टी तथा शिवलाल भी मौजूद थे।