होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक के पहली बार होशियारपुर दौरे के दौरान परंपरा अनुसार समारोह स्थल पर भाजपा की गुटबाजी एक बार फिर से खुले तौर पर देखने को मिली। इसी दौरान जहां प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक ने मंच से एकजुटता का पाठ पढ़ाया और मतभेद भूलकर पार्टी के लिए काम करने की नसीहत दी वहीं समारोह दौरान एक के बाद वहां पहुंचे जत्थे अपने-अपने आकाओं के नारे लगाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते दिखे। आलम यह था कि एक समय तो ऐसा आया कि एक नारा एक नेता का तो दूसरी तरफ से अपने चहेते नेता के नारों से समर्थकों ने हाल गूंजयेमान कर दिया। हालांकि मंच से कई बार इशारा किया गया, मगर कार्यकर्ता मानों ठान कर आए थे कि प्रदेश अध्यक्ष को अपनी ताकत, तादात और अपने आका के प्रति प्रेम व समर्थन का दिखावा किए बिना वे चैन से नहीं बैठेंगे।
ऐसा लग रहा था मानों समारोह स्थल पर नारों की कोई प्रतियोगिता चल रही हो और एक दूसरे से ऊंची आवाज में नारे लग रहे थे।
एक तरफ से तीक्ष्ण सूद और सोम प्रकाश का नारा लग रहा था तो दूसरी तरफ से सांपला और खन्ना की जय-जयकार के नारों ने वहां मौजूद आम कार्यकर्ताओं के मन में कई शंकाओं को जन्म दिया कि आखिर वे जो कुर्सियों पर बैठे हैं वे किसके समर्थक हैं। इतना ही नहीं कहीं प्रदेश अध्यक्ष मलिक बुरा न मान जाएं नारे लगाने वाले बीच-बीच में उनकी भी जय-जयकार करके उन्हें प्रसन्न करने में लगे थे। किसी-किसी ने तो जिला भाजपा प्रधान डा. रमन घई जिंदाबाद के नारे भी लगाए ताकि उन्हें बुरा न लगे। ऐसा लग रहा था मानों समारोह स्थल पर नारों की कोई प्रतियोगिता चल रही हो और एक दूसरे से ऊंची आवाज में नारे लग रहे थे।
भले ही मंच से संबोधित करते हुए अधिकतर नेताओं ने भारत माता की जयघोष की, परन्तु बावजूद इसके अपने प्रिय नेता के लिए प्यार लेकर पहुंचे उनके समर्थकों ने नारों की बारिश जारी रखी।