चंडीगढ़/नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। लोकसभा मैंबर रवनीत सिंह बिट्टू ने आज जम्मू और कश्मीर में अल्पसंख्यक एक्ट में विस्तार करने की मांग की। जिससे राज्य में रह रहे सिख भाईचारे को बनते लाभ मिलने को यकीनी बनाया जा सके। यह माँग उन्होंने पार्लियामेंट के चल रहे बजट सैशन के दौरान उठाई। लुधियाना से मैंबर पार्लियामेंट श्री बिट्टू ने जोर देते हुए कहा कि केंद्र सरकार को सिख भाईचारे, जो जम्मू कश्मीर में माईनॉरिटी कम्युनिटी में आते हैं, को मजबूत करने के लिए कदम उठाने चाहिएं। उन्होंने कहा कि सिख भाईचारे के जम्मू कश्मीर में मजबूत होने सेा यह भाईचारा वहाँ शान्ति की बहाली में उसी तरह अहम भूमिका निभा सकता है जिस तरह इसने बीते दशकों के दौरान पंजाब में शान्ति बहाली और विकास में योगदान दिया है। उन्होंने जम्मू कश्मीर में स्कूलों और कॉलेजों में पंजाबी भाषा को लागू करने की माँग भी जोरदार शब्दों में की।
केंद्र की तरफ से लाए गए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन बिल) को मुल्क के संघीय ढांचे के खिलाफ करार देते हुए श्री बिट्टू ने कहा कि केंद्र सरकार को ऐसे कदम नहीं उठाने चाहिए जिससे दिल्ली का रुतबा कम होकर एक नगर निगम वाला बन जाये। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को दिल्ली में रहते आम लोगों को ध्यान में रखना चाहिए न कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को। उन्होंने कहा यदि दिल्ली के मुख्यमंत्री अच्छा काम नहीं कर रहे तो इसमें राष्ट्रीय राजधानी में रह रहे लोगों का क्या कसूर है? केजरीवाल जैसे मुख्यमंत्री आते जाते रहेंगे, परन्तु केंद्र को राष्ट्रीय राजधानी के मुख्यमंत्री का दर्जा नहीं घटाना चाहिए। केंद्र सरकार का यह कदम विश्व स्तर पर मुल्क की छवि को खराब करेगा।