होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब की कैप्टन सरकार ने 2017 के अपने घोषणा पत्र में किसानों से वादा किया था कि कुदरती आपदाओं के कारण फसलों की हुई बर्बादी के लिए 20000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से किसानों को मुआवजा अदा किया जाएगा। पूर्व कैबिनेट मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में सरकार से मांग की है कि हाल ही में भारी बारिश, आंधी तथा औलावृष्टि से पंजाब में भिन्न स्थानों पर किसानों की फसलों को हुए नुकसान की तुरंत स्पेशल गरदावरी करवाकर उन्हें वायदे के अनुसार 20 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा राशि अदा की जाए। श्री सूद ने कहा कि कैप्टन सरकार किसान हितैषी होने का ढोंग करती है जबकि यथा स्थिति इससे बिल्कुल उलट है। कैप्टन सरकार ने सभी फसलों पर एमएसपी प्रदेश स्तर पर लगाने का वादा भी किया था, जो पूरा नहीं हुआ।
जहां तक की मक्के की फसल का सवाल है उस पर किए वायदे को भी सरकार भूल चुकी है। कर्ज माफी के वयदे में भी सरकार के झूठ की पोल खुल चुकी है। क्योंकि किसानों पर 2017 में कुल कर्जा राशि 90000 करोड़ थी जो कि कांग्रेसी मेनिफेस्टो में लिखे वायदे के अनुसार तथा कैप्टन द्वारा श्री गुटका साहिब हाथ में लेकर खाई कसम के अनुसार पूरी की पूरी प्रदेश सरकार द्वारा अदा की जानी थी, परंतु इसके उल्ट सिर्फ 6500 करोड़ रुपए के करीब ही कर्जा माफी सरकार द्वारा अपने चहेतों को की गई है, जबकि आम तथा गरीब किसान अभी भी आत्महत्या कर रहे हैं। श्री सूद ने कहा कि 85 त्न वादों को पूरा करने का झूठ बोलने वाली कैप्टन सरकार कम से कम फसलों की बर्बादी के मुआवजे के तौर पर अपना 20000 रूपए प्रति एकड़ मुआवजा अदा कर करने का वादा तो पूरा करके दिखाए।