कैप्टन ने फिर लिया लोगों को मुर्ख बनाने के लिए प्रशांत किशोर का सहारा: लालपुरा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)रिपोर्ट: गुरजीत सोनू/जतिंदर प्रिंस/हरपाल लाडा। जिला भाजपा द्वारा जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा की अगवाई में आज प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया,जिसमे भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता इकबाल सिंह लालपुरा उपस्थित हुए। इस मौके पर कमल चौधरी,महामंत्री विनोद परमार,मीनू सेठी,प्रदेश पंचायती सैल प्रधान विजय पठानिया,डा. बिन्दुसार शुक्ला, उमेश जैन,कमल वर्मा,अश्वनी गैंद, जिंदु सैनी,पार्षद एडवोकेट गुरप्रीत कौर, अर्चना जैन,गीतिका अरोड़ा,राजा सैनी, अश्वनी विग उपस्थित हुए। लालपुरा ने पत्रकारों से बात करते हुए कैप्टन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज वह सबके सामने 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने किसानों से ढेरों वायदे किए थे वो आज तक वफ़ा न हुए। उसका कच्चा चिा खोल रहे है। उन्होंने कहा कि किसानों के 90,000 करोड़ कर्जा माफ़ किन कागज़ों में हुआ। अब किस मुंह से किसानों के हितैषी होने का दावा कांग्रेस कर रही है। फसलों की बकाया पूरी रकम की अदायगी का भी दावा किया गया, परंतु कुछ न हुआ उल्टा किसानों को कृषि कानूनों के विरुद्ध भडक़ाया। उन्होंने कहा कि 2017 में कांग्रेस ने ए.पी.एम.सी. एक्ट अपडेशन किया जिसे केन्द्र ने अब किया है, तो उस पर उल्टा किसानों को भडक़ा कर आन्दोलन के रास्ते पर डाल दिया। प्राकृतिक आपदा से फसलो के नुकसान पर 20000 प्रति एकड़ मुआवजा दिया नहीं।

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कहा 4 वर्षों में पूरी तरह विफल रही कांग्रेस सरकार के झूठे पेश किए रिपोर्ट कार्ड का भाजपा ने किया पर्दाफाश

उन्होंने कैप्टन सरकार को कटघरे में खड़ा करके सवाल पूछा कि आपकी कांग्रेस सरकार ने अब तक कितने आत्महत्या करने वाले कितने किसानों को मुआवजा एवं नौकरी दी गई है।सवाल पर सवाल दागते हुए लालपुरा ने कहा कि किसान पेंशन स्कीम कब लागू की गई और कितने किसानों को उसका लाभ दिया गया। किसान कज़ऱ् की मार के चलते मरने को मजबूर हो गए नतीजन 4 सालों में 1232 किसानों द्वारा की गई आत्महत्याओं का कलंक कैप्टन सरकार पर लगा। स लालपुरा ने आरोप करते हुए कहा कि कैप्टन ने पवित्र श्री गुटका साहिब हाथ में लेकर गुरुद्वारा श्री दमदमा साहिब की तरफ मुँह करके नौजवानों से भी वायदे किए थे,वो भी सिवाए धोखा देने के इलावा कुछ न था.उन्होंने कहा कि घर-घर सरकारी नौकरी, 25,00,000 (25 लाख) नौकरियां देने का वादा तो किया,पर किसी को मिली नहीं। इसी तरह लोगों को मुर्ख बनाने वाली फैक्ट्री प्रशांत किशोर ने कैप्टन से स्मार्टफोन तथा लैपटॉप देने का लॉलीपॉप दिलवाया,लेकिन विद्यार्थियों को निराशा ही हाथ लगी। इसी तरह बेरोजग़ार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता 2500 रुपए हर महीना देने की बात कही। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार ने एक से बढक़र एक झूठ बोला, लेकिन पंजाब की भोली-भाली जनता बहकावे में आ गई। पहली कक्षा से लेकर पी.एच.डी. तक लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा देने का वायदा किया,पर किसी को मिली नहीं। सभी बच्चों को मुफ्त में किताबें देने की बात कही,उल्टा किताबों के दाम बढ़ा दिए।

लालपुरा ने कहा कि 90 दिनों के भीतर नई इंडस्ट्री पॉलिसी बनाने का वादा तो किया लेकिन आज तक नहीं बनी,जिससे उद्योग पंजाब से पलायन कर गए हैं, जो बचे हैं वो भी तैयारी में हैं। इसके इलावा उद्योगों को बिजली 5 रुपए प्रति यूनिट देने का वायदा किया तो बदले में 12 रुपए यूनिट का इंजैक्शन लगा कर दोहरी मार मारी। लालपुरा ने संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि कैप्टन के कारण प्रदेश में फैली अराजकता व ध्वस्त कानून-व्यवस्था के चलते कोई भी स्वदेशी या विदेशी उद्योगपति पंजाब में अपना उद्योग लगाने को तैयार नही है। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार ने सत्ता में आते ही भ्रष्टाचार खत्म करने की बात की थी,लेकिन कांग्रेस के मंत्री व नेता ही सबसे भ्रष्ट हैं और कैप्टन खुद उन्हें बचा रहे हैं।उन्होंने कह कि कैप्टन की झूठी वायदों की फेहरिस्त में सभी गरीब दलितों को घर देने का वादा भीं था लेकिन वो भी हवाई हो गया। पवित्र गुटका साहिब हाथ में पकड़ कर 4 हफ्ते में नशा मुक्त पंजाब बनाने का वायदा तो किया,लेकिन परिणाम इसके विपरीत आया कि इनके अपने नेता ही नशा आज भी खुलेआम बेच रहे और कांग्रेस के नेता इस पर खुलकर कई बार मंच से बोल चुके हैं।नशे के कारण इन 4 सालों में हर साल 100 से अधिक नौजवान अपनी जान गवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन की झूठ के कच्चे चिे में दलितों को ग्रेजूकेशन तक मुफ्त शिक्षा। प्लॉट एलॉटमेंट में दलितों के लिए 30 प्रतिशत रिजर्वेशन तथा बेघर दलितों फ्री घर, दलित वर्ग की नौकरी के लिए आज तक रिजर्वेशन नहीं हुई। एस.सी. स्कॉलरशिप स्कैम में आज तक कुछ नहीं हुआ, कैप्टन ने आरोपियों को क्लीन चिट दे दी। मेडिकल कॉलेज बनाना, कोई नहीं बनाया, सिर्फ घोषणाएं ही की। आटा दाल स्कीम में घी व चाय पत्ती भी देना, पर गरीबों की दाल भी खा गए। गैर कानूनी माईनिंग स्कैम, मानरेगा स्कैम, बीज स्कैम, रेविन्यू डिपार्टमेंट स्कैम, एस.सी. स्कॉलरशिप स्कैम, कोविड अनाज स्कैम सहित कई स्कैम हो चुके हैं और मुख्यमंत्री दोषियों को बचाने में लगे हैं। कानून-व्यवस्था ध्वस्त, दिन-दिहाड़े कत्ल, डाके प्रदेश में कांग्रेस सरकार का राज नहीं बल्कि माफिया राज। पूरे प्रदेश में सरकार के निरीक्षण में गैर कानूनी काम हो रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा कोई रोकथाम नहीं। पंजाब पर 1,82,526 करोड़ से बढक़र 2,73,730 करोड़ का कजऱ्ा कैसे हो गया? बजट में जनता को सुनैहरी सपने दिखाए, उन्हें पूरा करने के लिए क्या कांग्रेस की और कजऱ्ा लेने की योजना है? केंद्र सरकार द्वारा कोरोना काल में जरुरतमंदों को भेजा गया राशन भी कांग्रेसी मंत्री व नेता डकार गए,कुछ को मीडिया ने खुद पकड़ा, लेकिन उनके खिलाफ कोई कारवाई नहीं हुई। इस बार बजट में कोई नया टैक्स लगाने से मना किया,लेकिन दो दिन बाद ही नए टैक्स लगाने की भरमार। लॉक-डाउन के दौरान कांग्रेसी नेताओं तथा उनके संरक्षकों ने जमकर नाजायज शराब बेची तथा पंजाब के खजाने को हज़ारों करोड़ों का राजस्व घाटा पहुंचाया। कांग्रेसी नेताओं द्वारा बेची गई नकली शराब से 125 से अधिक लोगों की जान गई, लेकिन मुख्य आरोपी अभी तक पकड़े नहीं गए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा केन्द्रीय कर्मचारियों को 7वां पे-कमीशन दिए दो साल हो गए हैं,लेकिन पंजाब सरकार ने अभी तक 6वां पे-कमीशन भी नहीं दिया। निकाय चुनाव में पंजाब भाजपा ने अकेले अपने दम पर 1500 के अधिक प्रत्याशी खड़े किए, जिनमें से 1 हजार से अधिक ने विपरीत परिस्थियों में भी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा और कई सीटों पर विजय हासिल की।

कांग्रेस ने सरकारी तन्त्र तथा सत्ता का जम कर दुरूपयोग करते हुए लोकतंत्र की हत्या की और चुनाव जीता, जो कि सभी जानते हैं और सभी ने देखा है। भाजपा कार्यकर्ता निडर है और वो अब 2022 के चुनावों की तैयारी में जुटा हुआ है। कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार से पंजाब की जनता इतनी दु:खी है कि उस दिन को कोस रही है जब उसने कांग्रेस को वोट कर सत्ता उसके हाथ में दी। पंजाब की जनता को आगे बढ़ाने के लिए भाजपा एकमात्र विकल्प है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वह किसानों को कृषि कानूनों के नाम पर भडक़ाने तथा अपनी नाकामियों को छुपाने का प्रयास कर रही है। किसानों को गुमराह करके अपनी घटिया राजनितिक सोच प्रदर्शित करके उन्हें भडक़ा रही है, जबकि स्वयं कांग्रेस किसान भाईयों के साथ पिछले 4 वर्षों से धोखा करती आ रही है। स.लालपुरा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संशोधित कृषि कानूनों में कौन सी खामी है यह कोई भी राजनितिक डाल का नेता या स्वयं किसान संगठन भी नहीं बताते, जबकि केंद्र सरकार ने इन कानूनों को डेढ़ साल के लिए रोक दिया है और किसान नेताओं को विस्तृत विचार-चर्चा तथा संशोधन के लिए लिखित रूप में आश्वासन दिया है। भाजपा कांग्रेस सरकार से हर बात का हिसाब मांगेगी, जनता के दरबार में सीएम को जवाब देना होगा,अपने मुंह मियां मिट्ठू बनने से काम नहीं चलेगा, मुख्यमंत्री जवाब दे और जनता से किए गए वादे पूरे ना करने की माफी मांगे और उन्हें अपनी जिम्मेदारी ना निभा पाने पर नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। भाजपा सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करेगी और सरकार को अपनी जिम्मेदारी से भागने नहीं देगी सरकार अपने वादे अपनी जिम्मेदारी पर किए थे कांग्रेस के केंद्र सरकार के ऊपर जिम्मेदारी डालने के बहाने अब नहीं चलेंगे कैप्टन तथा कांग्रेस सरकार की लापरवाहियों के चलते के बार फिर से कोरोना बढऩे लग गया है। कैप्टन द्वारा इसकी रोकथाम के लिए आज तक जरूरी कदम उठाने में ढील बरती जा रही है, रैलियों तथा धरनों की परमिशन क्यूँ दी जा रही है? स्वस्थ्य विभाग के नियमों की अनदेखी क्यूँ की जा रही है? इसका जिम्मेवारी कांग्रेस सरकार की है और इसका जवाब उन्हें देना पड़ेगा।

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